हनुमानगढ़. कोरोना से बचाव के लिए प्रवासियों एवं कोरोना संदिग्धों को क्वॉरेंटाइन करने के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है, जिसमें उन्हें 14 दिनों के लिए रखा जाता है. वहां उनके खाने-पीने की प्रबंध किया जाता है. इस दौरान वे किसी के संपर्क में नहीं आते.
ऐसा ही कोरोना संदिग्धों के लिए हनुमानगढ जंक्शन में धान मंडी स्थित किसान भवन में कोरोना केयर सेंटर बना रखा है, जिसमें संदिग्धों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. लेकिन उस समय प्रशासन में हड़कंप मच गया, जब सेंटर से 4 लोग फरार हो गए, जिस पर पुलिस की ओर से जगह-जगह नाकाबंदी की गई.
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हालांकि, पुलिस की तत्परता से चारों लोगों को पुलिस ट्रेस कर वापस सेंटर पर ले आई, लेकिन इतनी गंभीर परिस्थितियों में केयर सेंटर पर कोई उचित सुरक्षा प्रबंध नहीं होना प्रशासन की उदासीनता एवं लापरवाही दर्शाती है. वहीं, जब हमने एसडीएम कपिल यादव और सीएमएचओ से इस बारे में पूछा गया तो दोनों ने जांच की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया.
बता दें कि चारों फरार हुए संदिग्धों में से दो की रिपोर्ट पेंडिंग है और चारों की ट्रैवल हिस्ट्री भी रही है. हालांकि, नियमानुसार चारों पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. लेकिन अधिकारियों की बयानबाजी से ऐसा होता नहीं दिख रहा है. वहीं, जिले में कोरोना पॉजिटिव की बात करे तो कुल 57 केस है. इस बीच स्वास्थ्य विभाग के सामने ये भी चुनौती है कि अगर इनमें से एक भी पॉजिटिव आता है तो काफी लोग इसकी चपेट में आ सकते है.