डूंगरपुर. अपने 738वें स्थापना दिवस के मौके पर 'आपणों डूंगरपुर, वालो डूंगरपुर' की थीम पर आधारित तीन दिवसीय वागड़ महोत्सव की धूम 6 नवंबर से शुरू हो जाएगी. इसमें स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहन देने के लिए अनूठी पहल शुरू की गई है.
इसी के तहत जिला प्रशासन, नगर परिषद और पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में 6 से 8 नवंबर तक आयोजित होने वाले वागड़ महोत्सव में वागड़ की समृद्ध कला, संस्कृति और प्रतिभाओं को मंच देने की योजना बनाई है. कलेक्टर आलोक रंजन ने नगर परिषद डूंगरपुर को वागड़ महोत्सव की जिम्मेदारी देते हुए कार्यक्रम को भव्य बनाने के निर्देश दिए हैं. वागड़ महोत्सव में स्थानीय कलाकारों को भी मौका मिलेगा. इसके लिए 6 नवंबर को स्थानीय कवियों की ओर से कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा.
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वहीं 7 नवंबर को स्थानीय बच्चों और टीवी कलाकारों की मौजूदगी में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. 8 नवंबर को शहर में भव्य शोभायात्रा, दीपदान का कार्यक्रम होगा. सभापति केके गुप्ता ने बताया कि डूंगरपुर स्थापना दिवस को लेकर लक्ष्मण मैदान में ऐतिहासिक कार्यक्रम किए जाएंगे. तीन दिवसीय आयोजन के तहत विभिन्न स्थानीय कलाकारों की ओर से तैयार विशिष्ट शिल्प कलाओं की प्रदर्शनी लगाई जाएगी.
वहीं सागवाड़ा उपखंड मुख्यालय पर 7 नवंबर को खेलकूद और सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा. जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि तीन दिवसीय वागड़ महोत्सव का शुभारंभ 6 नवंबर को स्थानीय विश्व प्रसिद्ध मूर्तिकला, बांस से बनी चीजों, तीर कमान, राजीविका के राष्ट्रीय आयाम स्थापित कर चुके सोलर लैंप और अन्य निर्मित वस्तुओं मोड कला और अन्य स्थानीय कलाओं की प्रदर्शनी के साथ किया जाएगा. स्थानीय लोक नृत्य का आयोजन भी किया जाएगा.
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कलेक्टर ने बताया कि देवसोमनाथ में पश्चिमी सांस्कृतिक कला केंद्र के 111 कलाकारों के दल की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी.जिला कलेक्टर ने बताया कि 7 नवंबर को सुबह 11 बजे स्थानीय लक्ष्मण मैदान में खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जबकि शाम को स्थानीय स्कूलों के बच्चों की प्रतिभाएं अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे.इसके साथ ही फेमस टीवी धारावाहिक तारक मेहता का उल्टा चश्मा के कलाकार भी इसमें शामिल होंगे.
वागड़ महोत्सव के तहत 8 नवंबर को सुबह 10 बजे रंगोली और मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा."आपणों डूंगरपुर वालों डूंगरपुर" थीम पर यह प्रतियोगिता होगी.दोपहर 3 बजे बैंड-बाजे और गाजे-बाजे के साथ पारंपरिक वेशभूषा में सुसज्जित कलाकारों की ओर से शोभायात्रा निकाली जाएगी.शाम को गेपसागर की पाल पर दीपदान, आतिशबाजी के बाद स्थानीय लक्ष्मण मैदान में पश्चिमी सांस्कृतिक कला केंद्र के कलाकारों की ओर से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी जाएगी.
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वहीं वागड़ महोत्सव के दौरान लगने वाली प्रदर्शनी में स्टॉल लगाने के लिए नगर परिषद में रजिस्ट्रेशन कराया जा सकेगा. इसी प्रकार वागड़ महोत्सव के दौरान होने वाले खेल मटका दौड़, कुर्सी दौड़, रस्साकशी, मेहंदी और रंगोली प्रतियोगिता के लिए भी नगर परिषद में ही रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकेगा. तीन दिवसीय वागड़ महोत्सव के दौरान पूरे शहर को आकर्षक रोशनी से सजाया जाएगा.