डूंगरपुर. जिले में पंचायतीराज चुनावों को लेकर महारावल स्कूल परिसर में रिटर्निंग और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया है. जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन ने समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को चुनाव आयोग के आदेशों की अक्षरशः पालना करते हुए पूर्ण गंभीरता, कर्तव्यनिष्ठा और पारदर्शिता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं.
बता दें, कि एडीएम कृष्णपालसिंह चौहान ने पंचायतीराज आम चुनाव के संबंध में दिशा-निर्देश देते हुए रिटर्निंग और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया है. साथ ही प्रशिक्षण दो पारियों में आयोजित किया जा रहा है. वहीं इस दौरान पोल डे मैनेजमेंट, ईवीएम-वीवीपेट द्वारा मतदान प्रक्रिया के बारे में समझाया गया है.
पहले चरण में 168 ग्राम पंचायतों का चुनाव, 8 को नामांकन
पंचायत आम चुनाव 2020 के कार्यक्रम के तहत जिले की 4 पंचायत समितियों में प्रथम चरण में 105 ग्राम पंचायतों में चुनाव होंगे. प्रथम चरण में डूंगरपुर, बिछीवाड़ा, सीमलवाड़ा और सागवाड़ा पंचायत समिति के ग्राम पंचायतों के चुनाव होंगे.
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दूसरे चरण में साबला, गलियाकोट, आसपुर, झोथरी, चिखली, दोवड़ा जिला पंचायत समिति में चुनाव होंगे. इसके लिए जिला स्तर पर प्रशिक्षण का दौर शुरू हो चुका है. साथ ही नामांकन को लेकर 8 जनवरी को रिटर्निंग ऑफिसर और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर ग्राम पंचायत के राजीव गांधी केंद्र पहुंचकर नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद वापस लौट आएंगे. वहीं इसके बाद 17 जनवरी को पहले चरण का मतदान होगा.
इस बार यह बदलाव-
- पंच-सरपंच के चुनाव के लिए शैक्षणिक योग्यता को समाप्त कर दिया है.
- सरपंच, पंचायत समिति और जिला परिषद सदस्यों का चुनाव ईवीएम से होगा.
- वार्ड पंच और उपसरपंच का चुनाव मतपेटी से होगा.
- पहले पंच-सरपंच के लिए मतदान दल एक साथ रवाना होते थे और चुनाव समाप्ति के बाद वापस आते थे, किंतु इस बार सरपंच और पंच के नाम निर्देशन प्राप्त करने के लिए आरओ और एआरओ कुछ दिन पहले जाएंगे.
- पंच-सरपंच के नाम निर्देशन पंचायत मुख्यालय पर एक ही दिन लिए जाएंगे. नाम निर्देशन की कार्रवाई के बाद आरओ चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की सूची जिला मुख्यालय भेजेंगे.
- पंच-सरपंच के मतपत्र अभ्यर्थी के नाम और चुनाव चिन्ह सहित मुद्रित होंगे.
- मतपत्रों के मुद्रण का कार्य जिला मुख्यालय पर होगा. पहले पंचायत मुख्यालय पर हाथ से प्रत्याशियों के नाम और चुनाव चिन्ह लिखे जाते थे.