डूंगरपुर. भाजपा के प्रदेश महामंत्री व पूर्व मंत्री सुशील कटारा की ओर से डूंगरपुर भाजपा कार्यालय में बुधवार को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया था. उन्होने कहा कि एनडीए ने देश में पहली बार (NDA Presidential Candidate Draupadi Murmu) किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया था. 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान हुआ था.
उन्होंने कहा कि एनडीए के अलावा ऐसी कई पार्टियां थीं जिसने आदिवासी महिला होने के नाते राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन दिया और वोट किया. लेकिन प्रदेश के आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिले में आदिवासियों व आदिवासी समाज के नाम पर विधायक बने चौरासी विधायक राजकुमार रोत ने राष्ट्रपति पद के लिए हुए मतदान में भाग ही नहीं लिया. कटारा ने कहा कि आदिवासियों के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेक कर विधायक बने राजकुमार रोत ने आदिवासी समाज के साथ धोखा किया है. आदिवासी समाज उन्हें इस काम के लिए काफी माफ नहीं करेगा.
वहीं, उन्होंने समाज के लोगों से विधायक से इस संबंध में सवाल (Presidential Election 2022) करने का भी आह्वान किया. भाजपा प्रदेश महामंत्री ने कांग्रेस सरकार भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के राज में प्रदेश में किसानों को बीज-खाद नहीं मिल पा रहा है. वहीं, प्रदेश की कानून-व्यवस्था चरमरा गई है. कांग्रेस राज में कांग्रेस विधायकों की मंत्री नहीं सुन रहे तो बेचारी आम जनता का क्या हाल होगा.
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उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार की नीतियों से त्रस्त हो चुकी है और आने वाले (Sushil Katara Dungarpur Visit) विधानसभा चुनाव में राजस्थान में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की एक सशक्त सरकार बनने का उन्होंने दावा भी किया है.