डूंगरपुर. बिजली निगम के निजीकरण के विरोध में सरपंच संघ भी विरोध में उतर आया है. सरपंच संघ ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया और अपनी मांगे रखी. सरपंच संघ की ओर से सोमवार को बिजली निगम के निजीकरण और ठेकाप्रथा के विरोध में कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया. जिला सरपंच संघ अध्यक्ष लीलाराम वरहात के नेतृत्व में सरपंचों का प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्ट्रेट के बाहर जमा हुआ. इसके बाद सभी सरपंचों ने कलेक्ट्रेट के बाहर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.
सरपंच संघ ने कलेक्टर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा और बिजली निगम के निजीकरण पर रोक लगाने की मांग की. इस मौके पर सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष लीलाराम वरहात ने कहा कि बिजली निगम की ओर से ठेकाप्रथा को बढ़ावा दिया जा रहा है. ऐसे में आईटीआई डिप्लोमाधारी बेरोजगार हो रहे हैं. सरकार भर्ती भी नहीं निकाल रही है.
पढ़ें- अजय माकन पहुंचे जयपुर, कहा- सरकार का काम बहुत अच्छा, तीनों सीटें जीतेंगी कांग्रेस
सरपंच संघ ने कहा कि ठेकाप्रथा के चलते ठेकदार 10वीं पास युवाओं को 5 हजार की मजदूरी पर ठेके पर रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग पढ़े लिखे भी नहीं है और ऐसे में ऑनलाइन शिकायत करना और निस्तारण भी सम्भव नहीं है. सरपंचों ने सरकार से टीएसपी क्षेत्र में बिजली निगम में निजीकरण पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की. वहीं निजीकरण और ठेकाप्रथा पर रोक नहीं लगने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी.