डूंगरपुर. प्रदेश में ठंड का असर बढ़ने लगा है. शीत लहर के कारण ठंड बढ़ी है, जिससे लोग बचाव के लिए जतन करते नजर आ रहे हैं. डूंगरपुर जिले में ठंड की वजह से लोगों की मुश्किल बढ़ गई है. ऐसे में बेसहारा, बेघर या बाहर से आने वाले लोगों के ठहरने के लिए नगर परिषद डूंगरपुर की ओर से 2 आश्रय स्थल (रैन बसेरे) बनाए गए हैं.
एक आश्रय स्थल श्रीहरिदेव जोशी जिला अस्पताल के पास है. दूसरा आश्रय स्थल उदयपुर रोड पर राजपुर घाटी में संचालित है. इन आश्रय स्थलों पर ठहरने वाले लोगों को मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत की टीम पहुंची ओर रियलिटी चेक किया.
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अस्पताल के पास आश्रय स्थल में कई लोग ठहरे हुए हैं. वहीं एक महिला भी रुकी है. यहां महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग कमरों में ठहरने की सुविधा है. लोगों के सोने, बैठने के लिए पलंग और गद्दे लगे हुए हैं, साथ ही ठंड से बचाव के लिए रजाइयां भी उपलब्ध हैं.
यहां मिलने वाली सुविधाओं को लेकर हमने मौजूद लोगों से बातचीत की तो वे पूरी तरह से संतुष्ट नजर आए. लोगों ने बताया, कि गद्दे और रजाइयों के अलावा पीने के लिए शुद्ध आरओ का पानी उपलब्ध है. वहीं सुबह नहाने के लिए भी गर्म पानी मिलता है. यहां ठहरने वाले लोगों के मनोरंजन के लिए टीवी भी लगी हुई है. साथ ही सुरक्षा के लिए सीसीटीवी भी लगे हुए हैं.
लोगों ने बताया, कि शौचालय भी पूरी तरह से साफ-सुथरे हैं. आश्रय स्थल के चौकीदार और संचालक ने बताया, कि ये सभी सुविधाएं पूरी तरह से निःशुल्क हैं. यहां 25 महिलाओं और 25 पुरूषों के ठहरने की अलग-अलग सुविधा उपलब्ध है.
इसी तरह उदयपुर रोड पर स्थित आश्रय स्थल पर भी चौकीदार तैनात है. साथ ही यहां ठहरने वाले लोगों के लिए पलंग, बिछाने के लिए गद्दे और ओढ़ने के लिए रजाई की व्यवस्था है. यहां भी मौजूद लोगों से बातचीत की तो वे भी यहां दी जाने वाली सुविधाओं से संतुष्ट नजर आए.
लोगों ने कहा, कि पीने के लिए शुद्ध आरओ का पानी भी मिलता है और उन्हें किसी तरह की कोई तकलीफ नहीं है. हालांकि आश्रय स्थल में पर्याप्त रोशनी का इंतजाम था, लेकिन बाहर की ओर अंधेरा होने के कारण आने वाले लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है.