डूंगरपुर. जिले में कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन से कई परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. कुछ ऐसा ही हाल निजी बसों के संचालक और उनपर आश्रित चालकों और खलासियों के हो गए हैं. इसी समस्या से परेशान वागड़ बस एसोसिएशन ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. इसके बाद जिला कलेक्टर को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा है.
इस मौके वागड़ बस एसोसिएशन के अध्यक्ष वल्लभराम पाटीदार ने बताया कि पिछले साल भी कोरोना लॉकडाउन के चलते निजी बस संचालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था. इस साल भी ऐसे ही हाल है, जहां अप्रैल, मई और जून 3 माह सीजन के होते हैं. लेकिन लॉकडाउन की वजह से वह भी चौपट हो गया है.
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बता दें कि सरकार की एमनेस्टी योजना के तहत 31 मार्च 2021 तक का टेक्स भी इस बार बस संचालकों ने ब्याज पर पैसा लेकर जमा करवाया है. बसों के चालक और परिचालकों के सामने दो वक्त की रोटी का संकट खड़ा है.
ऐसे में ज्ञापन के जरिए एसोसिएशन ने सरकार से 31 मार्च 2022 तक का राजस्थान टैक्स में राहत देने, फिटनेस ऑथराइजेशन 31 मार्च 2022 तक बढ़ाने सहित अन्य मांगों को पूरा करने की मांग की है.