डूंगरपुर. साबला थाना क्षेत्र के पिंडावल गांव में बुधवार शाम को पैंथर ने 89 भेड़ो का शिकार कर मौत के घाट उतारा दिया. घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया. घटना की खबर मिलते ही साबला थाना प्रभारी मनीष खोईवाल मौके पर पंहुचे.
पिंडावल गांव के पूर्व सरपंच कमलजी मीणा के नए मकान के पास पेड़ के नीचे भेड़ें बंधी हुई थीं. भेड़ मालिक दोपहर के समय भेड़ के बछड़ों को छोड़कर दूसरी भेड़ों को चराने सोनगिरी की पहाड़ी चला गया. इसके बाद पीछे से आंगन में बंधी भेड़ें ओर उसके मेमनों को पहाड़ी की ओर से आये पैंथर ने अपना शिकार बनाया.
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पूर्व सरपंच कमलजी व भेड़ मालिक वापस लौटे तो भेड़ों को मरा और घायल देखकर होश उड़ गए. भेड़ों के गले, पेट व शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे. शरीर से खून निकल रहा था, जिसे देखकर भेड़ मालिकों ने पैंथर के हमले का अनुमान लगाया.
पैंथर के हमले से वालाई निवासी कालिया गायरी के 35 मेमनों व दो भेड़ों सहित 37 भेड़ों का शिकार किया. सागोट निवासी कांति मीणा के 30, दौलपुरा निवासी सवीया गायरी के 14 मेमने व 3 बकरी के बच्चे, मुंगेड़ निवासी गमीरा गायरी के 8 मेमनों को मौत के घाट उतार दिया.
घटना की खबर मिलते ही साबला थाना प्रभारी मनीष खोईवाल मौके पर पंहुचे. तहसीलदार नरेंद्रसिंह, वन विभाग के वनपाल चंद्रवीर और कर्मचारी भी आ गए. वहीं पशुपालन विभाग की टीम भी आ गई. अधिकारियों ने बताया कि पैंथर के हमले में 67 भेड़ें मरी हुई मिली है, जबकि 9 भेड़ें घायल हैं. पशु चिकित्सकों की टीम ने उनका इलाज शुरू कर दिया है. पैंथर की संख्या एक से ज्यादा बताई जा रही है जिस कारण इतनी संख्या में भेड़ों का शिकार किया. पूर्व सरपंच ने बताया कि पास के सोनगिरि पहाड़ी के पास पैंथर का मूवमेंट कई बार देखा (panther seen in Dungarpur) गया है. पहले भी कई बार पैंथर ने मवेशियों का शिकार किया है.