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डूंगरपुर: कोरोना से फिजीशियन की मौत पर डॉक्टरो में आक्रोश, प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप - डूंगरपुर में कोरोना के मामले बढ़े

डूंगरपुर में कोरोना कहर बरपा रहा है. जिले के जाने-माने फिजीशियन डॉ. सुरेश मोदी की कोरोना से मौत के मामले में अब डॉक्टर और चिकित्साकर्मियों का आक्रोश सामने आया है. डॉ. सुरेश मोदी के इलाज को लेकर डॉक्टरों ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए है. जिसे लेकर कलेक्टर से शिकायत की गई है. जिसके बाद कलेक्टर ने मामले में कार्रवाई का भरोसा दिलाया.

Case of docto's death from corona, कोरोना से डॉक्टर की मौत का मामला
फिजीशियन की मौत पर डॉक्टरो में आक्रोश
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Published : Aug 21, 2020, 1:22 PM IST

डूंगरपुर. जिले के जाने-माने डॉक्टर और फिजीशियन डॉ. सुरेश मोदी की बुधवार को कोरोना से उदयपुर अस्पताल में मौत हो गई थी. ऐसे में इस मामले को लेकर शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल जिला कलेक्ट्रेट पहुंचा और कलेक्टर कानाराम से मुलाकात की.

फिजीशियन की मौत पर डॉक्टरो में आक्रोश

इस दौरान एसोसिएशन के सचिव डॉ. दलजीत यादव ने कहा कि डॉ. सुरेश मोदी 5 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और इसके बाद उन्हें होम आइसोलेशन कर दिया गया ता. जबकि परिवार के लोग उन्हें अहमदाबाद के अस्पताल में इलाज के लिए ले जाना चाहते थे. इसके लिए प्रशासन से स्वीकृति मांगी गई थी, लेकिन प्रशासन ने मंजूरी नहीं दी, जिस कारण उन्हें उदयपुर ले गए, लेकिन वहां भी उन्हें पूरी सुविधाएं नहीं मिली और उनकी मौत हो गई.

डॉक्टर एसोसिएशन ने उनकी मौत पर गहरा दुख जताते हुए प्रशासन पर आरोप लगाए है. इस पर कलेक्टर कानाराम ने कहा कि यह मामला उनकी जानकारी में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि उनसे किसी भी तरह की स्वीकृति नहीं मांगी गई है, ऐसे में मंजूरी देने या नहीं देने का कोई सवाल ही नहीं हैं.

वहीं कलेक्टर ने मामले की जांच का भरोसा दिलाया. मामले में कलेक्टर ने साफ किया कि अगर कोई भी व्यक्ति उच्च इलाज के लिए कहीं भी निजी या बड़े अस्पताल अपने खर्चे पर जाना चाहे तो वह जा सकता है. इसके लिए कोई रोक-टोक नहीं है. प्रशासन का एक ही उद्देश्य है कि कोरोना की वजह से किसी भी व्यक्ति की जान नहीं जाए.

पढे़ंः चूरू: सरकार से रूठे कोरोना वॉरियर्स, आयुष चिकित्सकों ने किया जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन

वहीं इस मामले को लेकर सचिव डॉ. दलजीत यादव ने आक्रोश जताते हुए प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि ऐसी ही स्थिति रही तो डॉक्टरो को आंदोलन पर उतरना पड़ेगा. वहीं कोरोना काल में कई निजी अस्पताल बंद हो गए है और आने वाले समय मे अन्य अस्पताल भी बंद हो जाएंगे.

डूंगरपुर. जिले के जाने-माने डॉक्टर और फिजीशियन डॉ. सुरेश मोदी की बुधवार को कोरोना से उदयपुर अस्पताल में मौत हो गई थी. ऐसे में इस मामले को लेकर शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल जिला कलेक्ट्रेट पहुंचा और कलेक्टर कानाराम से मुलाकात की.

फिजीशियन की मौत पर डॉक्टरो में आक्रोश

इस दौरान एसोसिएशन के सचिव डॉ. दलजीत यादव ने कहा कि डॉ. सुरेश मोदी 5 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और इसके बाद उन्हें होम आइसोलेशन कर दिया गया ता. जबकि परिवार के लोग उन्हें अहमदाबाद के अस्पताल में इलाज के लिए ले जाना चाहते थे. इसके लिए प्रशासन से स्वीकृति मांगी गई थी, लेकिन प्रशासन ने मंजूरी नहीं दी, जिस कारण उन्हें उदयपुर ले गए, लेकिन वहां भी उन्हें पूरी सुविधाएं नहीं मिली और उनकी मौत हो गई.

डॉक्टर एसोसिएशन ने उनकी मौत पर गहरा दुख जताते हुए प्रशासन पर आरोप लगाए है. इस पर कलेक्टर कानाराम ने कहा कि यह मामला उनकी जानकारी में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि उनसे किसी भी तरह की स्वीकृति नहीं मांगी गई है, ऐसे में मंजूरी देने या नहीं देने का कोई सवाल ही नहीं हैं.

वहीं कलेक्टर ने मामले की जांच का भरोसा दिलाया. मामले में कलेक्टर ने साफ किया कि अगर कोई भी व्यक्ति उच्च इलाज के लिए कहीं भी निजी या बड़े अस्पताल अपने खर्चे पर जाना चाहे तो वह जा सकता है. इसके लिए कोई रोक-टोक नहीं है. प्रशासन का एक ही उद्देश्य है कि कोरोना की वजह से किसी भी व्यक्ति की जान नहीं जाए.

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वहीं इस मामले को लेकर सचिव डॉ. दलजीत यादव ने आक्रोश जताते हुए प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि ऐसी ही स्थिति रही तो डॉक्टरो को आंदोलन पर उतरना पड़ेगा. वहीं कोरोना काल में कई निजी अस्पताल बंद हो गए है और आने वाले समय मे अन्य अस्पताल भी बंद हो जाएंगे.

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