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MLA Ganesh Ghogra Strike : बिजली निगम अधीक्षण अभियंता ऑफिस के सामने धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक... - rajasthan hindi news

डूंगरपुर से एकमात्र कांग्रेस विधायक और यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष (Youth Congress State President) गणेश घोघरा अपने समर्थकों व ग्रामीणों के साथ बिजली निगम अधीक्षण अभियंता ऑफिस के सामने धरने पर बैठ गए. विधायक ने SE (Superintendent Engineer) के खिलाफ नारे लगाए और लोगों के कामों में अवैध वसूली (Ganesh Ghogra Targeted Superintendent Engineer) करने के गंभीर आरोप लगाए.

MLA Ganesh Ghogra Strike
कांग्रेस विधायक का अधीक्षण अभियंता पर गंभीर आरोप...
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Published : Dec 16, 2021, 8:21 PM IST

डूंगरपुर. कांग्रेस विधायक और यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष घोघरा ने गुरुवार को अधीक्षण अभियंता के मोर्चा खोल दिया. गणेश घोघरा अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं के साथ हॉस्पिटल के पास स्थित Superintendent Engineer ऑफिस पहुंच गए. गेट के सामने ही जमीन पर धरने पर बैठ गए और SE के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए.

विधायक के धरने पर बैठने और नारेबाजी से ऑफिस में हड़कंप मच गया. ऑफिस के सभी कर्मचारी गेट के पास जमा हो गए. इस दौरान चेंबर में बैठे अधीक्षण अभियंता गजराज सिंह मीणा भी चेंबर से बाहर निकलकर गेट पर खड़े हो गए.

कांग्रेस विधायक का अधीक्षण अभियंता पर गंभीर आरोप...

मीडिया से बात करते हुए विधायक गणेश घोघरा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत किसानों और लोगों के फायदे की सोंच रहे हैं, लेकिन बाहर से आए अधिकारी सरकार की योजनाओं को फेल (Serious Allegations Against SE) करने में लगे हैं. सरकार कहती है कि किसानों को 6 घंटे पूरी बिजली मिले, लेकिन अधिकारी कमरों में बैठकर बिजली काट रहे हैं. लोगों के बिजली कनेक्शन करने के नाम पर 5 हजार, 10 हजार, 15 हजार रुपये वसूल कर रहे हैं. बिजली का पोल ले जाने से लेकर गड्ढा खोदने, मीटर लगाने, ट्रांसफार्मर लगाने सभी के नाम पर वसूली हो रही है.

पढ़ें : Electricity team attacked in Dungarpur : बिजली बिल वसूली के लिए गए जेईएन और 2 लाइनमैन पर लाठी-डंडों से हमला

विधायक ने कहा कि पिछले कल डचकी, पगारा और फिर आज शिशोद गांव में दौरे पर गए तो सभी गांवों में लोगों ने बिजली विभाग की शिकायत की. लोग कहते हैं न बिजली मिलती है और न ही पैसे देने के बाद भी काम होते हैं. ऐसे में अधिकारी सरकार के काम को फेल करने में लगे हैं. गेट पर आए SE ने विधायक की शिकायतों को एक डायरी में लिखते हुए उनका अगले 15 दिनों में समाधान करने का भरोसा दिलाया. इसके बाद भी इनका समाधान नहीं होने पर विधायक ने फिर से ऑफिस में तालाबंदी करने की चेतावनी भी दी. SE के आश्वासन के बाद विधायक धरने से उठे और फिर चेंबर में गए और लोगों की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री को बताऊंगा और विधानसभा में उठाऊंगा...

विधायक गणेश घोघरा ने कहा कि डूंगरपुर में बिजली निगम की लापरवाही और अवैध वसूली के मामले को मुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा. सौभाग्य योजना, कुसुम योजना में कितना काम हुआ है और कितना पैसा खर्च हुआ, इसका पूरा हिसाब मांगा जाएगा. वहीं, पूरे मामले को विधानसभा में भी उठाऊंगा.

पढ़ें : RPSC Medical Officer 2020 Interview: योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अधिकारी परीक्षा 2020 में सफल अभ्यर्थियों का इस दिन होगा इंटरव्यू

इसके बाद SE के चेंबर में बैठक के दौरान कहा कि वे सरकार के विधायक भले हैं, लेकिन पहले इन लोगों के साथ है, जिन्होंने वोट दिया है. लोग परेशान होंगे तो वो किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसके लिए वे अपनी सरकार के खिलाफ भी धरने पर बैठेंगे. यह पहला मामला नहीं है जब विधायक गणेश घोघरा ने अपनी ही सरकार के जिला स्तरीय अधिकारी के खिलाफ धरने पर बैठे हों. इससे पहले भी वे धरना देकर सरकार के साथ अधिकारियों को चेतावनी दे चुके हैं.

डूंगरपुर. कांग्रेस विधायक और यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष घोघरा ने गुरुवार को अधीक्षण अभियंता के मोर्चा खोल दिया. गणेश घोघरा अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं के साथ हॉस्पिटल के पास स्थित Superintendent Engineer ऑफिस पहुंच गए. गेट के सामने ही जमीन पर धरने पर बैठ गए और SE के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए.

विधायक के धरने पर बैठने और नारेबाजी से ऑफिस में हड़कंप मच गया. ऑफिस के सभी कर्मचारी गेट के पास जमा हो गए. इस दौरान चेंबर में बैठे अधीक्षण अभियंता गजराज सिंह मीणा भी चेंबर से बाहर निकलकर गेट पर खड़े हो गए.

कांग्रेस विधायक का अधीक्षण अभियंता पर गंभीर आरोप...

मीडिया से बात करते हुए विधायक गणेश घोघरा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत किसानों और लोगों के फायदे की सोंच रहे हैं, लेकिन बाहर से आए अधिकारी सरकार की योजनाओं को फेल (Serious Allegations Against SE) करने में लगे हैं. सरकार कहती है कि किसानों को 6 घंटे पूरी बिजली मिले, लेकिन अधिकारी कमरों में बैठकर बिजली काट रहे हैं. लोगों के बिजली कनेक्शन करने के नाम पर 5 हजार, 10 हजार, 15 हजार रुपये वसूल कर रहे हैं. बिजली का पोल ले जाने से लेकर गड्ढा खोदने, मीटर लगाने, ट्रांसफार्मर लगाने सभी के नाम पर वसूली हो रही है.

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विधायक ने कहा कि पिछले कल डचकी, पगारा और फिर आज शिशोद गांव में दौरे पर गए तो सभी गांवों में लोगों ने बिजली विभाग की शिकायत की. लोग कहते हैं न बिजली मिलती है और न ही पैसे देने के बाद भी काम होते हैं. ऐसे में अधिकारी सरकार के काम को फेल करने में लगे हैं. गेट पर आए SE ने विधायक की शिकायतों को एक डायरी में लिखते हुए उनका अगले 15 दिनों में समाधान करने का भरोसा दिलाया. इसके बाद भी इनका समाधान नहीं होने पर विधायक ने फिर से ऑफिस में तालाबंदी करने की चेतावनी भी दी. SE के आश्वासन के बाद विधायक धरने से उठे और फिर चेंबर में गए और लोगों की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री को बताऊंगा और विधानसभा में उठाऊंगा...

विधायक गणेश घोघरा ने कहा कि डूंगरपुर में बिजली निगम की लापरवाही और अवैध वसूली के मामले को मुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा. सौभाग्य योजना, कुसुम योजना में कितना काम हुआ है और कितना पैसा खर्च हुआ, इसका पूरा हिसाब मांगा जाएगा. वहीं, पूरे मामले को विधानसभा में भी उठाऊंगा.

पढ़ें : RPSC Medical Officer 2020 Interview: योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अधिकारी परीक्षा 2020 में सफल अभ्यर्थियों का इस दिन होगा इंटरव्यू

इसके बाद SE के चेंबर में बैठक के दौरान कहा कि वे सरकार के विधायक भले हैं, लेकिन पहले इन लोगों के साथ है, जिन्होंने वोट दिया है. लोग परेशान होंगे तो वो किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसके लिए वे अपनी सरकार के खिलाफ भी धरने पर बैठेंगे. यह पहला मामला नहीं है जब विधायक गणेश घोघरा ने अपनी ही सरकार के जिला स्तरीय अधिकारी के खिलाफ धरने पर बैठे हों. इससे पहले भी वे धरना देकर सरकार के साथ अधिकारियों को चेतावनी दे चुके हैं.

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