डूंगरपुर. जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र यादव बुधवार को डूंगरपुर जिले के दौरे पर रहे. इस दौरान मंत्री यादव ने कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस नेताओं की बैठक ली.
इस बैठक में मंत्री ने 14 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित होने वाली कांग्रेस की भारत बचाओ रेली के सम्बन्ध में चर्चा की. लेकिन बैठक शुरू होते ही जिले के कांग्रेस के पदाधिकारियों ने पंचायत पुनर्गठन के मामले में प्रभारी मंत्री राजेन्द्र यादव को आड़े हाथों लेते हुए खरी-खोटी सुना डाली. बैठक में पदाधिकारियों ने बगावती सुर अपनाते हुए साफ कर दिया कि यदि पंचायत पुनर्गठन में शेष रही 22 पंचायतों और सभी विधानसभाओं में एक-एक पंचायत समिति नहीं बनी तो रैली को भूल जाए.
पदाधिकारियों ने कहा कि 14 दिसंबर तक संशोधित अधिसूचना जारी नहीं की गई तो रैली में डूंगरपुर से एक भी कार्यकर्ता दिल्ली नहीं जाएगा. साथ ही आगामी पंचायत चुनाव की जिम्मेदारी भी सरकार की रहेगी.
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बैठक में प्रभारी मंत्री यादव ने विधायक गणेश घोगरा से कहा कि मुख्यंमत्री से आकर इस बारे में पैरवी करें तो वे भी भड़क गए. विधायक ने कहा कि आखिर एक ही बात को लेकर कितनी बार जयपुर जाए. इस पुरे मामले में जिला प्रभारी मंत्री राजेन्द्र यादव ने कहा की वे जयपुर जाकर प्रदेश अध्यक्ष और सीएम से बात करेंगे. आपको बता दें कि डूंगरपुर जिले में पंचायत पुनर्गठन में एक भी नई पंचायत समिति नहीं बनी है, जबकि चार पंचायत समितियों के प्रस्ताव सरकार के पास गए थे.