डूंगरपुर. केंद्रीय जांच दल ने जिला अस्पताल के मातृ-शिशु केंद्र का निरीक्षण किया. इस दौरान गर्भवती और प्रसूता महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं की जांच की गई. अधिकारियों ने मातृ-शिशु केंद्र में कमियों को दूर करने के निर्देश दिए हैं.
लक्ष्य योजना के तहत दिल्ली से केंद्रीय जांच दल शुक्रवार को डूंगरपुर जिला चिकित्सालय पहुंचा. जांच दल में एक महिला अधिकारी सहित तीन सदस्य शामिल हैं. दल ने मातृ-शिशु अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं की जांच की. इस दौरान अस्पताल के लेबर रूम का निरीक्षण किया और यहां साफ-सफाई से लेकर उपलब्ध उपकरण, डॉक्टर और स्टाफ की उपलब्धता, गर्भवती महिलाओं की जांच और डिलेवरी के दौरान दी जाने वाली सुविधाओं को परखा गया. टीम ने एमसीएच के कई वार्डो का निरीक्षण भी किया और वार्डो में भी सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए.
लेबर रूम में एक-एक व्यवस्था संबंधित जानकारी लेते हुए इसमे ओर भी सुधार की गुंजाइश बताई. मरीजों के साथ डॉक्टर और स्टाफ के बर्ताव के बारे में भी बताया. साथ ही अस्पताल में डिलेवरी के आंकड़ों की जानकारी ली. इस दौरान टीम ने गर्भवती और प्रसूताओं से बातचीत कर अस्पताल में मिल रही सुविधाओं का फीडबैक लिया. टीम ने एमसीएच के कई वार्डो का निरीक्षण भी किया और वार्डो में भी सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए.
केंद्रीय जांच दल ने मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ शलभ शर्मा, उपनियंत्रक डॉ राजेश सरैया, सीएमएचओ डॉ महेंद्र परमार, आरसीएचओ डॉ केएल पलात सहित कई डॉक्टरों से जानकारी ली. बता दें कि यह टीम लक्ष्य योजना के तहत एमसीएच का निरीक्षण करने के बाद रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को पेश करेंगी. जिसके आधार पर अस्पताल में कमियों को दूर करने के निर्देश दिए जाएंगे. रिपोर्ट में अच्छे नंबर आने पर अस्पताल में सुविधाओं को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से बजट आवंटित किया जाएगा.