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डूंगरपुर में लॉकडाउन के चलते सड़कों पर सन्नाटा, इंमरजेंसी सेवाओं को छोड़ सब बंद

देश में कोरोना से निपटने के लिए इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सभी दुकानें बंद रही. परिवहन से जुड़े ट्रेवल्स, टैक्सी संचालको ने भी लॉक डाउन का समर्थन किया. डूंगरपुर शहर से लेकर बड़े कस्बों, गांवों में भी लॉकडाउन का असर नजर आ रहा है.

Corona News Dungarpur Rajasthan
डूंगरपुर में लॉकडाउन के चलते सड़कों पर सन्नाटा
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Published : Mar 22, 2020, 12:54 PM IST

डूंगरपुर. जिले में लॉक डाउन का असर शनिवार दोपहर बाद से नजर आने लग गया था. दोपहर 2 बजे बाद से बाजार में दुकानें बंद होने लग गई थी और शाम 5 बजे तक डूंगरपुर के विभिन्न बाजारों में सन्नाटा पसर गया था. लोग केवल जरूरी काम के लिए ही घरों से निकले. रविवार सुबह होते ही लॉकडाउन का व्यापक असर नजर आने लगा. सुबह जल्दी ही दूध और न्यूज़ पेपर वालों ने अपने जरूरी काम निपटा लिए. इसके बाद बाजार सुनसान नजर आने लगा. शहर के प्रमुख बाजार, मुख्य सड़कें सब खाली-खाली दिखाई देने लगा. लॉक डाउन के कारण बाजारों में लोग थे और न ही कोई दुकान, थड़ी या ठेले वाले नजर आए. हर कोई कोरोना जैसी महामारी से खुद और अपने परिवार को बचाने के लिए एकजुट नजर आए, ताकि बाहर से बीमारी लेकर वह घर नहीं आये.

डूंगरपुर में लॉकडाउन के चलते सड़कों पर सन्नाटा

लोगों ने घरों पर रहकर अपने जरूरी काम निपटाये. वहीं कोरोना को लेकर पल-पल की खबर भी लेते रहे. कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में शहर में ऑटो, बस और टैक्सी संचालक भी समर्थन में खड़े दिखे, जिस कारण सड़कों पर कोई वाहन नहीं था. वहीं रोडवेज़ की परिवहन सेवाएं भी बंद रही. इस कारण बस स्टैंड पर भी सन्नाटा पसरा रहा. लॉक डाउन का असर डूंगरपुर शहर से लेकर बड़े कस्बे सागवाड़ा, सीमलवाड़ा, आसपुर, बिछीवाड़ा, साबला, चिखली के अलावा गांवों में भी व्यापक तौर पर देखा जा रहा है, जहां बाजार बंद है तो वहीं लोग अपने घरों में बंद है. दूसरी ओर जिला प्रशासन और पुलिस लगातार लॉक डाउन पर नजर रखे हुए है.

3 आइसोलेशन वार्ड में भर्ती, 18 कोरोंटाइन सेंटर

कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को लेकर प्रशासन और चिकित्सा विभाग लगातार निगरानी रखे हुए है. डूंगरपुर में भीलवाड़ा, झुंझनु और विदेशियों के साथ होली खेलने वाले 3 युवकों को कोरोना आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है. तीनों युवकों में सर्दी-जुकाम, खासी, बुखार की शिकायत थी. डॉक्टरों की टीम तीनों युवकों के सैंपल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, हालांकि जिले में अब तक एक भी कोरोना मरीज नहीं पाया गया है. इसके अलावा वागदरी कोरोंटाइन सेंटर में 18 लोग भर्ती है. हालांकि इनमें किसी तरह के लक्षण नहीं है, लेकिन बाहर से आने के कारण चिकित्सा विभाग ने विशेष निगरानी के तौर पर रखा हुआ है.

पढ़ें- जनता कर्फ्यू: जयपुर के विराट नगर में विधायक इंद्राज गुर्जर ने सभी से की सहयोग की अपील

गुजरात बॉर्डर सहित जिले की सीमाएं सील

प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिले की सीमाएं सील कर दी गई है. गुजरात राज्य से सटी डूंगरपुर जिले की सीमा को भी सील कर दिया है. इसके अलावा बांसवाडा, उदयपुर, प्रतापगढ़ जिले की सीमाओं को भी सील कर दिया गया है. वहां से आने वाले लोगो को स्क्रीनिंग के बाद ही अनुमति दी जा रही है. 31 मार्च तक जिले की सभी सीमाओं को सील करने के आदेश जिला मजिस्ट्रेट की ओर से जारी किए गए है.

डूंगरपुर. जिले में लॉक डाउन का असर शनिवार दोपहर बाद से नजर आने लग गया था. दोपहर 2 बजे बाद से बाजार में दुकानें बंद होने लग गई थी और शाम 5 बजे तक डूंगरपुर के विभिन्न बाजारों में सन्नाटा पसर गया था. लोग केवल जरूरी काम के लिए ही घरों से निकले. रविवार सुबह होते ही लॉकडाउन का व्यापक असर नजर आने लगा. सुबह जल्दी ही दूध और न्यूज़ पेपर वालों ने अपने जरूरी काम निपटा लिए. इसके बाद बाजार सुनसान नजर आने लगा. शहर के प्रमुख बाजार, मुख्य सड़कें सब खाली-खाली दिखाई देने लगा. लॉक डाउन के कारण बाजारों में लोग थे और न ही कोई दुकान, थड़ी या ठेले वाले नजर आए. हर कोई कोरोना जैसी महामारी से खुद और अपने परिवार को बचाने के लिए एकजुट नजर आए, ताकि बाहर से बीमारी लेकर वह घर नहीं आये.

डूंगरपुर में लॉकडाउन के चलते सड़कों पर सन्नाटा

लोगों ने घरों पर रहकर अपने जरूरी काम निपटाये. वहीं कोरोना को लेकर पल-पल की खबर भी लेते रहे. कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में शहर में ऑटो, बस और टैक्सी संचालक भी समर्थन में खड़े दिखे, जिस कारण सड़कों पर कोई वाहन नहीं था. वहीं रोडवेज़ की परिवहन सेवाएं भी बंद रही. इस कारण बस स्टैंड पर भी सन्नाटा पसरा रहा. लॉक डाउन का असर डूंगरपुर शहर से लेकर बड़े कस्बे सागवाड़ा, सीमलवाड़ा, आसपुर, बिछीवाड़ा, साबला, चिखली के अलावा गांवों में भी व्यापक तौर पर देखा जा रहा है, जहां बाजार बंद है तो वहीं लोग अपने घरों में बंद है. दूसरी ओर जिला प्रशासन और पुलिस लगातार लॉक डाउन पर नजर रखे हुए है.

3 आइसोलेशन वार्ड में भर्ती, 18 कोरोंटाइन सेंटर

कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को लेकर प्रशासन और चिकित्सा विभाग लगातार निगरानी रखे हुए है. डूंगरपुर में भीलवाड़ा, झुंझनु और विदेशियों के साथ होली खेलने वाले 3 युवकों को कोरोना आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है. तीनों युवकों में सर्दी-जुकाम, खासी, बुखार की शिकायत थी. डॉक्टरों की टीम तीनों युवकों के सैंपल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, हालांकि जिले में अब तक एक भी कोरोना मरीज नहीं पाया गया है. इसके अलावा वागदरी कोरोंटाइन सेंटर में 18 लोग भर्ती है. हालांकि इनमें किसी तरह के लक्षण नहीं है, लेकिन बाहर से आने के कारण चिकित्सा विभाग ने विशेष निगरानी के तौर पर रखा हुआ है.

पढ़ें- जनता कर्फ्यू: जयपुर के विराट नगर में विधायक इंद्राज गुर्जर ने सभी से की सहयोग की अपील

गुजरात बॉर्डर सहित जिले की सीमाएं सील

प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिले की सीमाएं सील कर दी गई है. गुजरात राज्य से सटी डूंगरपुर जिले की सीमा को भी सील कर दिया है. इसके अलावा बांसवाडा, उदयपुर, प्रतापगढ़ जिले की सीमाओं को भी सील कर दिया गया है. वहां से आने वाले लोगो को स्क्रीनिंग के बाद ही अनुमति दी जा रही है. 31 मार्च तक जिले की सभी सीमाओं को सील करने के आदेश जिला मजिस्ट्रेट की ओर से जारी किए गए है.

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