आसपुर (डूंगरपुर). जिले की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना सोम कमला आम्बा बांध की नहरों में जलप्रवाह 18 नवम्बर से छोड़ा जाएगा. डूंगरपुर के आसपुर में बुधवार को बांध पर आयोजित बैठक में जिला प्रशासन ने निर्णय लिया.
किसानों ने सुनाई खरी-खरी
जल वितरण की बैठक जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला की अध्यक्षता में आयोजित हुई. जिसमें किसानों में विभागीय अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हर वर्ष बांध का पानी टेल तक पहुंचाने का आश्वासन दिया जाता है, लेकिन ऐसा होता नहीं है. ऐसे में खेतों में महंगे खाद्य बीज डाल देने से किसानों को नुकसान होता है. हालांकि इस वर्ष कई नहरों को ठीक किया गया है, लेकिन अभी भी नहरों में बरसात का पानी और कचरे के ढेर पड़े हुए हैं. नहरों की शिल्ट सफाई होने के बाद ही पानी छोड़ने की मांग की.
इस पर विभागीय अधिकारियों ने किसानों को आश्वत किया कि समय पूर्व ही नहरों की सफाई कर 18 नवम्बर से पानी छोड़ा जाएगा जो समय पर पानी टेल तक पहुंचाया जाएगा. जिला कलेक्टर ओला ने विभागिय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए. बैठक में आसपुर उपखण्ड अधिकारी प्रवीण कुमार मीणा, साबला एसडीएम बद्रीलाल सुथार, तहसीलदार गौतमलाल कुम्हार, एसीई कमलाशंकर कलासुआ, एक्सईएन चंद्रप्रकाश मेघवाल, पूर्व विधायक राईया मीणा, निवर्तमान कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष करणसिंह चौहान, पीएचडी एईएन कोदरलाल मीणा सहित प्रशासनिक अधिकारी एवं किसान मौजूद थे.
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कोरोना महामारी के चलते बदला स्थान
हरवर्ष सोमकमला आम्बा की जलवितरण कमेटी की बैठक उपखण्ड मुख्यालय आसपुर में आयोजित होती है. जिसमें सैकड़ों किसान भाग लेकर समस्याएं बताते है. इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते प्रशासन ने कोविड के नियमों की पालना करने के लिए सोमकमला आम्बा बांध पर बैठक रखी. जिसमें भी गिने चुने किसानों को और अधिकारियों को बुलाया गया था.