डूंगरपुर. जिले में 62 प्राकृतिक व कृत्रिम वाटर पॉइंट पर शनिवार सुबह से वन्य जीव गणना शुरू होगी. इसमें 100 वनकर्मी, वनप्रेमी और स्वयंसेवी संगठन गणना में सहयोग करेंगे. जिले में वाटर होल पद्धति से होने वाली गणना के लिए शुक्रवार को वन विभाग की ओर से गणना टीमों को अंतिम प्रशिक्षण दिया गया. वन्य जीव गणना के लिए वनकर्मी पेड़ो पर और मचान पर बैठकर वन्य जीव गणना करेंगे. इसके लिए तैयारियां पूरी की जा चुकी है.
जिला परिषद सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में 6 रेंज क्षेत्र के अधिकारी और 62 वाटर फॉल्स के लिए बनाई टीमों ने भाग लिया है. इस मौके पर वन संरक्षक डॉ एस सारथ बाबू व पूर्व मानद वन्यजीव प्रतिपालक वीरेंद्र सिंह बेडसा ने टीमों को गणना संबंधी प्रशिक्षण दिया. उन्होंने बताया कि 18 मई को सुबह 8 बजे से 19 मई को सुबह 8 बजे तक वन्यजीवों की गणना की जाएगी. जिसमें स्तनधारी, पक्षी, व रेप्टाइल्स की प्रजाति के जीवों को शामिल किया गया है.
इस मौके पर उपस्थित उपवन संरक्षक डॉ सारथ बाबू ने गणना टीमों को प्रोजेक्टर के माध्यम से वन्यजीवों की पहचान, गणना के लिए आवश्यक सामग्री, गणना के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों संबंधी जानकारी दी. गौरतलब है कि वन्यजीव वाटर होल पर पानी पीने के लिए आएंगे तब वनकर्मी उनकी गणना करेंगे.