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वाटर होल पद्धति से वन विभाग करेगा वन्यजीवों की गणना

जिले में वन विभाग की ओर से बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर 18 से 19 मई तक 24 घंटे के दरम्यान जिले के वन्य क्षेत्र में वन्यजीवों की गणना की जाएगी. इसे लेकर वन विभाग की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई है. और वनकर्मी उत्साहित नजर आ रहे हैं.

वाटर होल पद्धति से वन विभाग करेगा वन्यजीवों की गणना
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Published : May 17, 2019, 8:49 PM IST

डूंगरपुर. जिले में 62 प्राकृतिक व कृत्रिम वाटर पॉइंट पर शनिवार सुबह से वन्य जीव गणना शुरू होगी. इसमें 100 वनकर्मी, वनप्रेमी और स्वयंसेवी संगठन गणना में सहयोग करेंगे. जिले में वाटर होल पद्धति से होने वाली गणना के लिए शुक्रवार को वन विभाग की ओर से गणना टीमों को अंतिम प्रशिक्षण दिया गया. वन्य जीव गणना के लिए वनकर्मी पेड़ो पर और मचान पर बैठकर वन्य जीव गणना करेंगे. इसके लिए तैयारियां पूरी की जा चुकी है.

वाटर होल पद्धति से वन विभाग करेगा वन्यजीवों की गणना


जिला परिषद सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में 6 रेंज क्षेत्र के अधिकारी और 62 वाटर फॉल्स के लिए बनाई टीमों ने भाग लिया है. इस मौके पर वन संरक्षक डॉ एस सारथ बाबू व पूर्व मानद वन्यजीव प्रतिपालक वीरेंद्र सिंह बेडसा ने टीमों को गणना संबंधी प्रशिक्षण दिया. उन्होंने बताया कि 18 मई को सुबह 8 बजे से 19 मई को सुबह 8 बजे तक वन्यजीवों की गणना की जाएगी. जिसमें स्तनधारी, पक्षी, व रेप्टाइल्स की प्रजाति के जीवों को शामिल किया गया है.

इस मौके पर उपस्थित उपवन संरक्षक डॉ सारथ बाबू ने गणना टीमों को प्रोजेक्टर के माध्यम से वन्यजीवों की पहचान, गणना के लिए आवश्यक सामग्री, गणना के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों संबंधी जानकारी दी. गौरतलब है कि वन्यजीव वाटर होल पर पानी पीने के लिए आएंगे तब वनकर्मी उनकी गणना करेंगे.

डूंगरपुर. जिले में 62 प्राकृतिक व कृत्रिम वाटर पॉइंट पर शनिवार सुबह से वन्य जीव गणना शुरू होगी. इसमें 100 वनकर्मी, वनप्रेमी और स्वयंसेवी संगठन गणना में सहयोग करेंगे. जिले में वाटर होल पद्धति से होने वाली गणना के लिए शुक्रवार को वन विभाग की ओर से गणना टीमों को अंतिम प्रशिक्षण दिया गया. वन्य जीव गणना के लिए वनकर्मी पेड़ो पर और मचान पर बैठकर वन्य जीव गणना करेंगे. इसके लिए तैयारियां पूरी की जा चुकी है.

वाटर होल पद्धति से वन विभाग करेगा वन्यजीवों की गणना


जिला परिषद सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में 6 रेंज क्षेत्र के अधिकारी और 62 वाटर फॉल्स के लिए बनाई टीमों ने भाग लिया है. इस मौके पर वन संरक्षक डॉ एस सारथ बाबू व पूर्व मानद वन्यजीव प्रतिपालक वीरेंद्र सिंह बेडसा ने टीमों को गणना संबंधी प्रशिक्षण दिया. उन्होंने बताया कि 18 मई को सुबह 8 बजे से 19 मई को सुबह 8 बजे तक वन्यजीवों की गणना की जाएगी. जिसमें स्तनधारी, पक्षी, व रेप्टाइल्स की प्रजाति के जीवों को शामिल किया गया है.

इस मौके पर उपस्थित उपवन संरक्षक डॉ सारथ बाबू ने गणना टीमों को प्रोजेक्टर के माध्यम से वन्यजीवों की पहचान, गणना के लिए आवश्यक सामग्री, गणना के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों संबंधी जानकारी दी. गौरतलब है कि वन्यजीव वाटर होल पर पानी पीने के लिए आएंगे तब वनकर्मी उनकी गणना करेंगे.

Intro:डूंगरपुर। जिले में वन विभाग की ओर से बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर 18 से 19 मई तक 24 घंटे के दरम्यान जिले के वन्य क्षेत्र में वन्यजीवों को गणना की जाएगी। इसे लेकर वन विभाग की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई है और वनकर्मी उत्साहित नजर आ रहे है।



Body:डूंगरपुर जिले में 62 प्राकृतिक व कृत्रिम वाटर पॉइंट पर शनिवार सुबह से वन्य जीव गणना शुरू होगी। इसमे 100 वनकर्मी, वनप्रेमी ओर स्वयंसेवी गणना में सहयोग करेंगे। जिले में वॉटर होल पद्धति से होने वाली गणना के लिए शुक्रवार को वन विभाग की ओर से गणना टीमो को अंतिम प्रशिक्षण दिया गया। वन्य जीव गणना के लिए वनकर्मी पेड़ो पर ओर मचान पर बैठकर वन्य जीव गणना को करेंगे। इसके लिए तैयारियां पूरी हो गई है।
जिला परिषद सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में 6 रेंज क्षेत्र के अधिकारी व 62 वाटर फॉल्स के लिए बनाई टीमों ने भाग लिया। इस मौके पर वन संरक्षक डॉ एस सारथ बाबू व पूर्व मानद वन्यजीव प्रतिपालक वीरेंद्र सिंह बेडसा ने टीमों को गणना संबंधी प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि 18 मई को सुबह 8 बजे से 19 मई को सुबह 8 बजे तक वन्यजीवों की गणना की जाएगी। जिसमें स्तनधारी, पक्षी, व रेप्टाइल्स की प्रजाति के जीवो को शामिल किया गया है। इस मौके पर उपस्थित से उपवन संरक्षक डॉ सारथ बाबू ने गणना टीमों को प्रोजेक्टर के माध्यम से वन्यजीवों की पहचान, गणना के लिए आवश्यक सामग्री, गणना के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों संबंधी जानकारी दी गई। गौरतलब है की वन्यजीव वाटर होल पर पानी पीने के लिए आएंगे तब वनकर्मी उसकी गणना करेंगे।

बाईट- डॉ एस सारथ बाबू, उपवन संरक्षक डूंगरपुर


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