डूंगरपुर. जिले की बिछीवाड़ा थाना पुलिस ने पांच हजार रुपए के इनामी कुख्यात शराब तस्कर राजू वांटेड उर्फ राजीव और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है. राजू वांटेड पर बीते 21 अप्रैल की रात को बिछीवाड़ा में एक होटल के पार्किंग में खड़ी कार पर फायरिंग करने का आरोप है. हालांकि, इस घटना में कार सवार बाल-बाल बच गया था. साथ ही उसने राजू वांटेड गैंग पर हमले की आशंका जताई थी. वहीं, पुलिस की मानें तो फायरिंग की घटना शराब तस्करी के विवाद में हुई थी.
एसपी कुंदन कवरिया ने बताया कि जितेंद्र (37) पुत्र शंकरलाल मीणा निवासी खानमीन पुलिस थाना खेरवाड़ा उदयपुर ने बिछीवाड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. जितेंद्र ने बताया कि 21 अप्रैल की रात को नील गगन होटल भूवाली में उसने खाने का ऑर्डर किया था. इसके बाद वो पार्किंग में खड़ी कार में आकर बैठ गया था. उसी समय पीछे से आई एक कार में सवार बदमाशों ने उस पर दो गोलियां चलाई. लेकिन वो इस घटना में बाल-बाल बच गया. वहीं, बदमाश हमले के बाद मौके से फरार हो गए थे.
इधर, पुलिस ने मामले में केस दर्ज करते हुए बदमाशों की तलाश शुरू की. घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी कुंदन कवरिया खुद मौके पर पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए मामले की तफ्तीश शुरू की. थानाधिकारी मदनलाल, एएसआई चंदूलाल, हेड कांस्टेबल शिशुपाल सिंह, साइबर थाना हेड कांस्टेबल नवीन, हेमेंद्र सिंह, मनोहरलाल, वसीम खान, सुनील जांगिड़, बजरंगलाल और रोहित कुमार की टीम को राजू वांटेड गैंग पर शक हुआ.
इसे भी पढ़ें - भूसे की आड़ में गुजरात ले जाई जा रही 60 लाख रुपए की शराब पकड़ी, ट्रक चालक गिरफ्तार
पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि वारदात के बाद से ही राजू वांटेड मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में छुपा फिर रहा है. इसी बीच पुलिस को आरोपी राजू वांटेड के अहमदाबाद में छुपे होने की सूचना मिली. जिसके बाद पुलिस टीम वहां पहुंची और आरोपी राजू वांटेड को डिटेन किया गया. इसके बाद उसे बिछीवाड़ा थाने लाकर उससे पूछताछ की गई तो उसने फायरिंग की बात कबूल कर ली. इसके बाद पुलिस ने फायरिंग के आरोप में राजू वांटेड उर्फ राजीव को गिरफ्तार कर लिया.
टोपीदार बंदूक बरामद - एसपी कुंदन कवरिया ने बताया कि कुख्यात आरोपी राजू वांटेड ने टोपीदार बंदूक से फायरिंग की थी. वारदात के बाद उसने इस बंदूक को अपने साथी लक्ष्मण पुत्र रामजी ननोमा निवासी ओडवास थाना केशरियाजी उदयपुर के घर पर छुपा दिया था. पुलिस ने लक्ष्मण को भी गिरफ्तार करते हुए उससे बंदूक बरामद कर ली है.
शराब तस्करी के विवाद में हत्या की साजिश - डूंगरपुर जिला राजस्थान और गुजरात का बॉर्डर है. ऐसे में डूंगरपुर के रास्ते गुजरात में सबसे ज्यादा शराब की तस्करी होती है, जबकि गुजरात में शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध है. डूंगरपुर से शराब तस्करी को लेकर मानसिंह पुत्र शंकरलाल डामोर निवासी रोबिया पुलिस थाना खेरवाड़ा और राजू वांटेड गैंग सक्रिय है. दोनों के बीच शराब तस्करी को लेकर पुरानी रंजिश चली आ रही है. वहीं, दोनों ही गैंग में वर्चस्व की लड़ाई भी है. इसी के चलते राजू वांटेड ने मानसिंह गैंग के जितेंद्र को जान से मारने की कोशिश की थी, लेकिन वो बच गया.
एसपी कुंदन कवरिया ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी राजू वांटेड टॉप 10 आरोपियों की सूची में शामिल है. जिसके खिलाफ उदयपुर और डूंगरपुर के थानों में 18 केस दर्ज हैं. उदयपुर के खेरवाड़ा में सबसे ज्यादा 12 केस दर्ज हैं. जबकि पहाड़ा थाने में 1, डबोक थाने में 1, ऋषभदेव थाने में 2, मांडवा थाने में 1 ओर डूंगरपुर के सदर थाने में 1 केस दर्ज है. आरोपी राजू वांटेड पर 5 हजार रुपए का इनाम घोषित है.