डूंगरपुर. जिले के धंबोला थाना क्षेत्र के पीठ कस्बे में दुकान में सफाई करते समय नीचे गिरने से महिला मजदूर की मौत के मामले में दूसरे दिन भी शव गुजरात के मोडासा अस्पताल में पड़ा है. वहीं परिजनों ने मौताणा नहीं मिलने तक शव लेने से इनकार कर दिया है. दूसरी ओर पुलिस कल से परिजनों से समझाइश के प्रयास कर रही है, लेकिन मृतक के परिजन मौताणे को लेकर परिवार पर जबरन दबाव बना रहे हैं और इस पर कोई कार्रवाई तक नहीं हो पा रही है.
धंबोला थाना पुलिस के अनुसार पीठ निवासी दुकान मालिक गौतमलाल ने एक महिला मजदुर को दुकान में साफ-सफाई के लिए शुक्रवार को बुलाया था. सफाई करते हुए महिला मजदुर का पैर सीढियों से फिसल गया और वह नीचे गिर गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी. जिसके बाद दुकान मालिक ने घायल महिला मजदुर को गुजरात के मोडासा में एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां शुक्रवार देर रात के समय महिला मजदूर की मौत हो गई.
महिला मजदूर की मौत के बाद शव को मोडासा अस्पताल के मुर्दाघर में रख दिया गया है, लेकिन मृतक के परिजन और रिश्तेदार दुकान के सामने आकर बैठ गए और 10 लाख रुपए के मौताणे की मांग करने लगे हैं. इसके लिए बड़ी संख्या में मौजूद भीड़ जबरन व्यापारी पर मौताणा देने के लिए दबाव बना रहे है. बड़ी संख्या में लोग शुक्रवार से दुकान के बाहर बैठे हुए है.
यह भी पढ़ें- दिल दहला देने वाली घटना : आर्थिक तंगी के चलते शख्स ने पत्नी-बच्चों के साथ आग लगाकर किया आत्मदाह
जानकारी के अनुसार दुकान मालिक 2 लाख रुपए का मौताणा देने के लिए तैयार है, लेकिन परिजन 10 लाख रुपए मौताणा देने की मांग पर अड़े हैं और तब तक शव लेने से इनकार कर रहे हैं, जब तक उन्हें मौताणा नहीं मिल जाता. वहीं पुलिस पूरे मामले को लेकर मूकदर्शक बनी हुई है. प्रशासन की ओर से भी मामले को सुलझाने को लेकर अब तक कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं.