डूंगरपुर. जिले के साबला गांव में मंगलवार को बिजली विभाग के लाइनमैन का शव फांसी के फंदे पर लटका मिलने के मामले में परिजनों ने आरोप लगाए है. देर रात दौसा से पहुंचे परिजनों ने पहले पुलिस की जांच पर सवाल खड़े करते हुए मौत को आत्महत्या की जगह हत्या बताया है.
मामले के अनुसार दौसा निवासी कृष्ण कुमार मीणा पिछले 7 सालों से साबला गांव में बिजली विभाग के लाइनमैन के रूप में पोस्टेड था और किराये से रहता था. मंगलवार को उसका शव कमरे में लटका हुआ पाया गया, जिस पर बिजली विभाग के जेईएन की रिपोर्ट पर आत्महत्या का केस दर्ज किया गया. वहीं परिजनों को सूचना देकर शव को डूंगरपुर मोर्चरी में रखवाया गया था.
देर रात साबला पहुंचे मृतक के पिता और परिजनों ने साबला पहुंचकर मौत को हत्या बताया और रिपोर्ट देने की पेशकश की. परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने रिपोर्ट लेने से इनकार कर दिया. इस पर परिजन देर रात डूंगरपुर मोर्चरी पहुंचे. परिजनों का आरोप है की मोर्चरी का फ्रीजर बंद था ऐसे में शव खराब हो गया है और पोस्टमार्टम में मौत की वजह का खुलासा करने के लिए पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाया जाए.
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मौके पर बिजली कर्मचारियों की भीड़ जमा थी और मौत की उचित जांच की मांग की जाने लगी. इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाने की मांग को मान लिया. पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव को सौंप दिया और परिजन शव लेकर दौसा ले लिए रवाना हो गए.