डूंगरपुर. जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव की ओर से बाल तस्करी के खिलाफ डूंगरपुर जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी, कि डूंगरपुर बस स्टैंड से कुछ बच्चों को तस्करी कर गुजरात में बाल श्रम के लिए ले जाया जा रहा है. इस पर कोतवाली सीआई चांदमल सिंगारिया के निर्देश पर एसआई अरुण कुमार पुलिस टीम के साथ बस स्टैंड पहुंची और बच्चों को मुक्त कराया.
पुलिस टीम जब बस स्टैंड पहुंची तो वहां बच्चों के साथ कुछ मेट भी खड़े थे. पुलिस को देखते ही सभी भागने लगे. इसके बाद पुलिस ने दोनों मेट को गिरफ्तार कर लिया. वहीं बच्चों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया, कि उन्हें गुजरात में मजदूरी के लिए ले जा रहे हैं. इस पर पुलिस ने बच्चों को बाल श्रम से मुक्त करवाया. बच्चों को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया, जहां उनकी काउंसलिंग की जा रही है. इसके बाद बच्चों को उनके माता-पिता को सुपुर्द कर दिया जाएगा.
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5वीं से 10वीं तक पढ़े-लिखे हैं बच्चे
बच्चों की उम्र करीब 12 से 17 साल के बीच है और यह बच्चे 5वीं से 10वीं तक पढ़े लिखे हैं, लेकिन इसके बाद आगे की पढ़ाई छोड़ दी और इसके बाद मजदूरी के काम में लग गए थे. यह सभी बच्चे जिले के दोवड़ा और वरदा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं.