डूंगरपुर. चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में रजिस्ट्रेशन के मामले में आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिला पहले पायदान पर है. जिले में 88 प्रतिशत से ज्यादा लोगों ने योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करवा लिया है. जो रह गए हैं, स्वास्थ्य विभाग उन्हें भी जोड़कर 100 पर्सेंट करने के प्रयास में जुटा है. महंगे इलाज से लोगों को छुटकारा दिलाने के लिए राज्य सरकार ने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरुआत की है. योजना में पहले 5 लाख और अब 10 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज कर दिया गया है. खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े लोगों को भी इस योजना से जोड़ा गया है.
सरकार की योजना को लेकर आदिवासी इलाकों में बड़ी रुचि देखने को मिल रही है. वहीं स्वास्थ्य विभाग (Chiranjeevi Health Insurance Scheme) के प्रचार-प्रसार और लोगों में जागरूकता की वजह से भी लोग योजना से जुड़ रहे हैं. सीएमएचओ डॉ. राजेश शर्मा ने बताया की स्वास्थ्य मेला हो या कोई सार्वजनिक कार्यक्रमों, लोगों को चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के फायदे बताए जा रहे हैं. जिसके बाद लोग योजना से जुड़ने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं.
लोग जागरूक होकर करा रहे रजिस्ट्रेशन: सीएमएचओ ने बताया की लोगों की जागरूकता की वजह से डूंगरपुर जिले में 3 लाख 86 हजार 932 परिवारों के रजिस्ट्रेशन का टारगेट रखा गया है. इसमें से 3 लाख 41 हजार 392 परिवारों ने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पंजीयन करा लिया है. इसमें खाद्य सुरक्षा योजना के लाभार्थी भी शामिल हैं. डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि डूंगरपुर जिले में 88.23 प्रतिशत परिवार चिरंजीवी योजना में पंजीकृत हो चुके हैं. ये आंकड़ा प्रदेश में सबसे ज्यादा है. वहीं डूंगरपुर का पड़ोसी जिला बांसवाड़ा 88 प्रतिशत के साथ दूसरे और टोंक जिला 83.71 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है. डॉ. शर्मा ने कहा है कि योजना में 100 प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने के लिए विभाग प्रयास कर रहा है.