डूंगरपुर. कलेक्टर आलोक रंजन शुक्रवार सुबह अस्पताल पंहुचे और अस्पताल के सभी डिपार्टमेंट और वार्ड का निरीक्षण किया. इस दौरान अस्पताल के दवा केंद्र पर दवा लेने के लिए मरीजो की लाइनें लगी हुई थीं. जिसमें सीनियर सिटीजन ओर महिलाएं भी लाइन में लगीं हुई थीं. जिनके लिए अलग से कोई भी इंतजाम नहीं था. जिस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए व्यवस्था को सुधारने के निर्देश दिए.
इस दौरान कलेक्टर ने सीनियर सिटीजन के बैठने के लिए बैंच या अलग से दवा काउंटर लगाने के भी निर्देश दिए. इसके बाद ब्लड बैंक, लेबोरेट्री का भी निरीक्षण किया. भामाशाह केंद्र के निरीक्षण में कई भर्ती मरीजों के भामाशाह योजना का लाभ नहीं मिलने पर भी नाराजगी जताई और आंकड़ा बढ़ाने के निर्देश दिए.
कलेक्टर ने अस्पताल के डॉक्टर रजिस्टर को देखा जिसमे डाक्टरों और स्टाफ के आने-जाने के समय और उपस्थिति की जानकारी ली. एक डॉक्टर की ओर से एडवांस में 12 अक्टूबर के हस्ताक्षर कर दिए थे. जिस पर कलेक्टर ने जवाब मांगा है. कलेक्टर ने एक्स-रे डिपार्टमेंट का निरीक्षण किया. जहां, पिछले एक सप्ताह से डिजिटल एक्स-रे मशीन खराब होने की समस्या सामने आई. कलेक्टर ने मशीन को नई खरीदने या इसे सुधारने के निर्देश दिए.
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मेडिकल वार्ड में एक बेड पर दिखे 2 से 3 मरीज
वहीं, कलेक्टर ने अस्पताल के वार्डों का भी निरीक्षण किया. मेडिकल वार्ड फूल थे और एक बेड पर दो से 3 मरीज को लेटाकर इलाज किया जा रहा था. मेडिकल के दोनों यूनिट के बेड पर इसी तरह से मरीज लेटे हुए थे, जिस पर कलेक्टर ने वार्ड में बेड बढ़ाते हुए मरीजों को राहत देने के निर्देश दिए.
मरीजों और उनके परिजनों से पूछा सुविधाओं के बारे में
कलेक्टर ने मेडिकल वार्ड के अलावा आईसीसीयू, ऑर्थोपेडिक, इमरजेंसी, सर्जिकल, ईएनटी, चर्म रोग के वार्डो को निरीक्षण किया और कमियों को सुधारते हुए व्यवस्थाएं बनाने के निर्देश दिए. निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ शलभ शर्मा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ कांतिलाल मेघवाल से अस्पताल में व्यवस्थाओं को लेकर बैठक लेते हुए कई मुद्दों पर चर्चा की और निर्देश दिए.