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परिवार को समाज से बहिष्कृत करना पंचों को पड़ा भारी, कोर्ट ने 14 आरोपियों को भेजा जेल

डूंगरपुर में एक परिवार को समाज से बहिष्कृत करने का फैसला पंचों को भारी पड़ गया. पीड़िता की रिपोर्ट पर बिछीवाड़ा पुलिस ने समाज के 14 पंचों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. जहां से सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.

बिछीवाड़ा थाना
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Published : May 15, 2019, 6:09 PM IST

डूंगरपुर. शादी से पहले युवक-युवती के साथ घूमने जाने पर जुर्माना लगाने और रुपए नहीं देने पर समाज से बहिष्कृत करने का फैसला पंचों को भारी पड़ा है. पीड़िता की रिपोर्ट पर बिछीवाड़ा पुलिस ने अवैध तरीके से दबाव बनाकर दंड लगाने और समाज से बहिष्कृत करने वाले नाई समाज के 14 पंचों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. जहां से सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.

पुलिस के अनुसार कुरी देवी नाई निवासी बिछीवाड़ा ने रिपोर्ट में बताया कि उसके बेटे की सगाई देवल निवासी मुकेश नाई की बेटी से हुई थी. इसके बाद उसका बेटा और अपनी मंगेतर के साथ घूमने के लिए पिछले साल जयपुर गए थे. यह बात समाज के कुछ लोगों को नागवार गुजरी और उन्होंने शादी से पहले दोनों के घूमने जाने को सामाजिक नियमों के खिलाफ बताया. और सामाजिक बैठक में 1 लाख 51 हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया और राशि नहीं देने पर समाज से बहिष्कृत करने की धमकियां दी. बाद में जुर्माने की राशि घटाकर 1 लाख रुपए कर दी गई.

परिवार को समाज से बहिष्कृत करना पंचों को पड़ा भारी, कोर्ट ने 14 आरोपियों को भेजा जेल

पीड़िता ने बताया कि पंचों द्वारा लगाए गए दंड में से 71 हजार रुपए की राशि उसने जमा भी करवा दी थी. और 29 हजार रुपए बाकी रह गए थे. पिछले साल उसके पति की मौत के बाद समाज के पंचों ने दंड के 29 हजार रुपए जमा नहीं कराने के कारण अंतिम संस्कार और मौत के दूसरे कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों पर 51 हजार रुपए दंड लगाने का फरमान सुना दिया. जिसके कारण कोई नहीं आया. वहीं उसके देवर की मौत पर भी परिवार के समाज बहिष्कृत होना बताकर किसी के शामिल नहीं होने का फरमान सुना दिया. इसके बाद पंचों ने समाज मे वापस लेने के लिए 5 लाख रुपए की मांग की.

डूंगरपुर. शादी से पहले युवक-युवती के साथ घूमने जाने पर जुर्माना लगाने और रुपए नहीं देने पर समाज से बहिष्कृत करने का फैसला पंचों को भारी पड़ा है. पीड़िता की रिपोर्ट पर बिछीवाड़ा पुलिस ने अवैध तरीके से दबाव बनाकर दंड लगाने और समाज से बहिष्कृत करने वाले नाई समाज के 14 पंचों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. जहां से सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.

पुलिस के अनुसार कुरी देवी नाई निवासी बिछीवाड़ा ने रिपोर्ट में बताया कि उसके बेटे की सगाई देवल निवासी मुकेश नाई की बेटी से हुई थी. इसके बाद उसका बेटा और अपनी मंगेतर के साथ घूमने के लिए पिछले साल जयपुर गए थे. यह बात समाज के कुछ लोगों को नागवार गुजरी और उन्होंने शादी से पहले दोनों के घूमने जाने को सामाजिक नियमों के खिलाफ बताया. और सामाजिक बैठक में 1 लाख 51 हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया और राशि नहीं देने पर समाज से बहिष्कृत करने की धमकियां दी. बाद में जुर्माने की राशि घटाकर 1 लाख रुपए कर दी गई.

परिवार को समाज से बहिष्कृत करना पंचों को पड़ा भारी, कोर्ट ने 14 आरोपियों को भेजा जेल

पीड़िता ने बताया कि पंचों द्वारा लगाए गए दंड में से 71 हजार रुपए की राशि उसने जमा भी करवा दी थी. और 29 हजार रुपए बाकी रह गए थे. पिछले साल उसके पति की मौत के बाद समाज के पंचों ने दंड के 29 हजार रुपए जमा नहीं कराने के कारण अंतिम संस्कार और मौत के दूसरे कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों पर 51 हजार रुपए दंड लगाने का फरमान सुना दिया. जिसके कारण कोई नहीं आया. वहीं उसके देवर की मौत पर भी परिवार के समाज बहिष्कृत होना बताकर किसी के शामिल नहीं होने का फरमान सुना दिया. इसके बाद पंचों ने समाज मे वापस लेने के लिए 5 लाख रुपए की मांग की.

Intro:डूंगरपुर। शादी से पहले एक-युवती के घूमने जाने पर जुर्माना लगाने और रुपये नही देने पर समाज से बहिष्कृत करने वाले समाज के पंचों पर भारी पड़ गया। पुलिस ने खाप पंचायत का फैसला करने वाले 14 पंचों को गिरफ्तार कर लिया है। वही कोर्ट ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है।


Body:पुलिस के अनुसार कुरी देवी नाई निवासी बिछीवाड़ा की रिपोर्ट पर पुलिस ने कार्रवाई की है। कुरी देवी ने रिपोर्ट में बताया था कि उसके इकलौते बेटे की सगाई मुकेश नाई निवासी देवल की बेटी से की गई थी। इसके बाद बेटा ओर लड़की दोनों घूमने के लिए पिछले साल जयपुर गए थे। यही बात समाज के कुछ लोगो को नागवार गुजरी ओर उसके घर आकर शादी से पहले लड़का-लड़की के घूमने जाने पर सामाजिक नियमो के खिलाफ बताया। वही सामाजिक पदाधिकारी ओर सदस्य बताने वाले लोगो ने एक 50 रुपये के स्टाम्प पर समझौता पत्र लिखकर हस्ताक्षर भी करवा लिए।
इसके बाद आरोपियों ने एक सामाजिक बैठक बुलाते हुए लड़का-लड़की को भी उस बैठक में बुलाया और शादी से पहले गुमने जाने पर समाज का प्रतिबंध बताते हुए उस पर 1 लाख 51 हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया और यह राशि नही देने पर समाज से बहिष्कृत करने की धमकियां दी। साथ ही उसके परिवार में किसी भी तरह के कार्यक्रम में समाज के किसी भी व्यक्ति के आने-जाने पर भी प्रतिबंध लगाने की धमकियां दी।
रिपोर्ट में यह भी बताया है कि इसी बीच लड़का और लड़की ने गुजरात के भीलोड़ा में जाकर शादी कर ली यह भी समाज के उन लोगो को नागवार गुजरी ओर धमकियां देने लगे। इस पर डर के कारण समाज के कुछ लोगो की ओर से लगाये गए दंड में से 71 हजार रुपये जमा भी करवा दिए। वही 29 हजार रुपये बाकी रह गए।
इसी बीच पिछले साल 27 नवम्बर 2018 को उसके पति सुरेश की हाइवे पर एक्सीडेंट के कारण मौत हो गई तब समाज के उन लोगो ने दंड के 29 हजार रुपये जमा नही करने के कारण अंतिम संस्कार और मौत के दूसरे कार्यक्रम में भी पूरे समाज और रिश्तेदारों को भी आने से रोक दिया और जो भी इसमे शामिल होगा उस परिवार पर भी 51 हजार रुपये के दंड लगा दिया। जिस कारण सामाजिक डर से कोई नही आया। इसके बाद 2 जनवरी।2019 को उसके देवर शंकर नाई की मौत पर भी समाज के लोगो को आने से रोक दिया तो समाज से बहिष्कृत होना बताकर किसी के शामिल नही होने का फरमान सुना दिया। इसके बाद आरोपी समाज मे वापस लेने के लिए अब 5 लाख रुपये की मांग कर रहे है और नही देने पर समाज से बहिष्कृत रखने की धमकियां दी रहे है। साथ ही समाज के किसी भी व्यक्ति को उनके घर आने जाने से भी रोक रहे है।

- खाप पंचायत का फैसला सुनाने वाले यह 14 आरोपी गिरफ्तार
बिछीवाड़ा पुलिस ने महिला की रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए अवैध तरीके से दबाव बनाकर दंड लगाना ओर समाज से बहिष्कृत करने वाले नाईं समाज के 14 पंचों को गिरफ्तार कर लिया है। वही सभी 14 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया जहाँ से कोर्ट ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है।

बाईट- नरेन्द्रसिंह, जांच अधिकारी बिछीवाड़ा थाना


Conclusion:
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