डूंगरपुर. मामला अवैध वसूली का है. एसडीएम पर अधीनस्थ कर्मचारियों के माध्यम से पट्टे देने के लिए अवैध रूप से रुपयों की मांग (Corruption Charges against SDM Dungarpur) करने के आरोप है. ग्राम पंचायत सुरपुर की सरपंच नर्वदा (पत्नी राजेंद्र मनात मीणा) ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है. ये वही एसडीएम हैं जिन्होंने एक दिन पहले विधायक गणेश घोघरा के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी.
सरपंच की रिपोर्ट में जिक्र प्रशासन गांवों के संग अभियान का है. दर्ज रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य सरकार की ओर से पंचायत में अक्तूबर 2021 में प्रशासन गांवों के संग शिविर आयोजित किया गया (Corruption Charges against SDM Dungarpur) था. जिसमें बरसों से जमीन पर काबिज लोगों ने अपनी जमीन का पट्टा मांगा था. इसके लिए शिविर में लोगों ने आवेदन किए.
अवैध वसूली का आरोप: सरकार की नीति के अनुसार एसडीएम व प्रशासन को नियमानुसार कार्रवाई कर लोगों को पट्टे जारी करने थे, लेकिन एसडीएम ने गलत मंशा से पट्टे नही दिए. इसके बाद सरकार ने 7 महीने बाद 17 मई को फिर से फॉलोअप शिविर लगाया. जिसमें लोगों को पट्टे मिलने की उम्मीद थी. लेकिन इस बार भी ग्रामीण खाली हाथ रहे. कथित तौर पर एसडीएम ने पट्टे नहीं देकर दिनभर उन्हें बैठाए रखा. शाम होने पर पट्टे देने से इनकार कर दिया. सरपंच नर्वदा देवी ने एसडीएम मणिलाल तिरगर पर पट्टे देने की एवज में अवैध रूप से रुपयों की मांग करने के आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि रुपए नहीं मिलने की वजह से पट्टे नहीं दिए गए और सरकार की योजना को फेल करने का प्रयास किया गया. सरपंच के आरोपों पर सदर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.
सीआईडी सीबी करेगी जांच: सरपंच नर्वदा देवी ने एसडीएम पर अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगाए हैं. मामले में सदर थाना पुलिस ने देर रात केस तो दर्ज कर लिया, लेकिन मामले की जांच सीआईडी सीबी की ओर से की जाएगी. ऐसे में सीआईडी सीबी सरपंच की ओर से एसडीएम पर लगाए गए तमाम आरोपों के दस्तावेजों की जांच करेगी. हालाकि एसडीएम मणिलाल तिरगर इस मामले में पहले ही कह चुके हैं की पट्टे आवंटन का काम कमेटी की ओर किया जाता है यह उनके अधिकार क्षेत्र का काम नहीं है.