डूंगरपुर. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 26 दिसंबर को एक दिवसीय दौरे पर डूंगरपुर आएंगे. उनके दौरे को लेकर कांग्रेस और प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. गहलोत पंचायती राज चुनावों से ठीक पहले डूंगरपुर आ रहे हैं. ऐसे में माना जा रहा है, कि वे पंचायती राज चुनावों को लेकर आदिवासी वोटरों को साधने का प्रयास करेंगे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 26 दिसंबर को दोपहर 12 बजे हेलीकॉफ्टर से जिले के सीमलवाड़ा कस्बे में आएंगे. इसके बाद किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे. मुख्यमंत्री के दौरे का कार्यक्रम पहुंचते ही कांग्रेस के तमाम नेता और जिलास्तरीय अधिकारी सीमलवाड़ा पहुंच गए. पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश खोडनिया, जिला कलेक्टर आलोक रंजन, एसपी जय यादव सहित कई अधिकारी पहुंचे. सभी ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर हेलीपैड तैयार कराया जा रहा है. किसान सम्मेलन को लेकर बड़ा पांडाल भी तैयार करवाया जा रहा है. कलेक्टर ने तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश भी दिए.
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राजनीतिक मायने
आपको बता दें, कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पंचायती राज चुनावों से ठीक पहले डूंगरपुर के चौरासी विधानसभा क्षेत्र में आ रहे हैं, जहां अभी बीटीपी के विधायक है. वहीं बीटीपी का पलड़ा चौरासी विधानसभा क्षेत्र में ही सबसे ज्यादा भारी है. बीटीपी पहले ही बता चुकी है, कि विधानसभा और लोकसभा की तरह ही पंचायतीराज चुनावों में भी वो अपना प्रत्याशी उतारेगी. ऐसे में नुकसान कांग्रेस को ही झेलना पड़ सकता है.
ऐसे में माना जा रहा है, कि मुख्यमंत्री गहलोत किसान सम्मेलन के जरिए बीटीपी की ओर खिसके कांग्रेस के पारंपरिक आदिवासी वोटर को एक बार फिर साधने का प्रयास करेंगे ताकि आगामी पंचायती राज चुनावों में कांग्रेस को जीत हासिल हो सके.
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इसके अलावा यह भी माना जा रहा है, कि मुख्यमंत्री किसान सम्मेलन के जरिए चौरासी विधानसभा क्षेत्र को बड़ी सौगात भी दे सकते हैं. जिसमें लंबे समय से चली आ रही कडाणा बैक वाटर के पानी को चौरासी विधानसभा क्षेत्र में लाने की मांग शामिल है.
इसके अलावा सीमलवाड़ा में मांडली सड़क हो या बाईपास जैसे मुद्दे मुख्यमंत्री इनकी घोषणा भी कर सकते है. हालांकि, देखना होगा, कि मुख्यमंत्री गहलोत का यह दौरा पंचायती राज चुनावों में कितना रंग लाता है.