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EXCLUSIVE INTERVIEW: राजस्थान में सियासी संकट पर BTP विधायकों के बोल, अभी हमारा सरकार को कोई समर्थन नहीं - राजस्थान में कांग्रेस सरकार

राजस्थान में कांग्रेस सरकार को बचाने वाली भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) तो अपना समर्थन वापस ले चुकी है. एक बार फिर सरकार पर गहराते संकट के बादल के दौरान बीटीपी के दो विधायकों ने सरकार पर दगाबाजी का आरोप लगाते हुए सरकार को वर्तमान स्थितियों में समर्थन देने से साफ इंकार कर कर दिया है.

बीटीपी विधायकों का बयान, Statement of BTP MLA
राजस्थान में सियासी संकट पर BTP विधायकों का बयान
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Published : Jun 15, 2021, 10:31 PM IST

डूंगरपुर. राजस्थान में सियासी संकट एक बार फिर मंडरा रहा है. पहली बार में सरकार को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) कांग्रेस सरकार से अपना समर्थन पहले ही वापस ले चुकी है, लेकिन एक बार फिर जिस तरह से सरकार पर संकट का माहौल है इसे लेकर बीटीपी के दोनों विधायको ने भी सरकार पर दगाबाजी का आरोप लगाते हुए सरकार को वर्तमान स्थितियों में समर्थन देने से साफ इंकार कर कर दिया है. ईटीवी भारत ने बीटीपी विधायकों से एक्सक्लूसिव बातचीत की. जिसमें उन्होंने सरकार को लेकर बीटीपी की सोच जाहिर की.

पढ़ेंः आप नेता संजय सिंह पर मानहानि का मुकदमा करने की तैयारी में विहिप

राजस्थान में सियासी संकट के बीच भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के चौरासी से विधायक राजकुमार रोत ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि पिछली बार राजस्थान में जो घटनाक्रम हुआ था और कांग्रेस सरकार संकट में आ गई थी, उस समय बीटीपी और बीएसपी के विधायकों ने साथ देकर सरकार बचाने का काम किया था. उस समय हमने सरकार का साथ नहीं दिया होता तो आज निश्चित ही कांग्रेस सरकार की पहली पुण्यतिथि होती.

बीटीपी विधायक अब नहीं देंगे सरकार को समर्थन

विधायक ने कहा कि हम लोगों ने उस समय सोचा कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को बचाये और हमारे यहां के लोगों का भी मानना था कि कांग्रेस सरकार ही कहीं न कहीं आदिवासियों की हितैषी है तो हमने भी बीजेपी के खिलाफ जाकर कांग्रेस का समर्थन दिया. बीटीपी ने सरकार को बचाने के लिए समर्थन दिया तो सरकार को चाहिये की वह उसका फायदा दे, लेकिन यहां के नेता ऐसा होने देना नहीं चाहते है.

जिला प्रमुख को लेकर बीटीपी खफा

बीटीपी विधायक राजकुमार रोत ने कहा कि उस समय बीटीपी और बसपा ने मिलकर कांग्रेस सरकार को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस सरकार ने हमारे साथ भी दगाबाजी की और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने मिलकर बीजेपी का जिला प्रमुख बना दिया. इसके बाद से हमे लगने लगा कि उदयपुर संभाग में कांग्रेस और बीजेपी एक ही है और बीटीपी के बढ़ते जनाधार के कारण हथकंडे अपना रहे है.

सरकार में अभी विचारधारा का नहीं व्यक्तिवाद का खेल

सरकार में चल रहे सियासी संकट और कांग्रेस के विधायकों के अपनी ही सरकार पर लगाये जा रहे आरोपों पर विधायक राजकुमार रोत ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह सरकार में अभी जो खेल चल रहा है वह विचारधारा का नहीं है. यह एक व्यक्तिवादी को लेकर हो रहा है और सरकार प्रदेश की जनता को गुमराह करने का काम कर रही है. विधायक राजकुमार ने कहा कि प्रदेश की जनता विधायकों से उम्मीद लगाकर बैठी है कि उनके काम होंगे, लेकिन कोरोना में उलझी सरकार ने अब तक क्षेत्र में कोई विकास का काम नहीं किया है.

सरकार को जबर्दस्ती समर्थन दिया था, अब वेट एंड वॉच

बीटीपी के ही सागवाड़ा से विधायक रामप्रसाद डिंडोर ने भी ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि जब सरकार पर संकट आया था उस समय बीटीपी ने सरकार को समर्थन कर बचाने का काम किया था, लेकिन बाद में लगा की सरकार को उनके समर्थन की जरूरत ही नहीं थी और जबर्दस्ती सर्मथन दे दिया हो. समर्थन के कारण ही प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रही, लेकिन सरकार ने आज तक उनके कोई काम नहीं किये हैं.

बीटीपी के दो विधायकों ने सरकार पर दगाबाजी का लगाया आरोप

पढ़ेंः बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों की कांग्रेस आलाकमान से मांग, गद्दारी करने वाले विधायकों पर हो कार्रवाई

विधायक रामप्रसाद ने कहा कि सरकार पर एक बार फिर संकट मंडरा रहा है. ऐसे में बीटीपी ने एक तीर से दो निशाने साध लिए. सरकार को समर्थन नहीं होनेके साथ ही समय पर समर्थन के रास्ते खुलें होने की बड़ी बात भी कही है. अब देखना होगा सरकार को समर्थन के समय बीटीपी किस करवट बैठती है.

डूंगरपुर. राजस्थान में सियासी संकट एक बार फिर मंडरा रहा है. पहली बार में सरकार को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) कांग्रेस सरकार से अपना समर्थन पहले ही वापस ले चुकी है, लेकिन एक बार फिर जिस तरह से सरकार पर संकट का माहौल है इसे लेकर बीटीपी के दोनों विधायको ने भी सरकार पर दगाबाजी का आरोप लगाते हुए सरकार को वर्तमान स्थितियों में समर्थन देने से साफ इंकार कर कर दिया है. ईटीवी भारत ने बीटीपी विधायकों से एक्सक्लूसिव बातचीत की. जिसमें उन्होंने सरकार को लेकर बीटीपी की सोच जाहिर की.

पढ़ेंः आप नेता संजय सिंह पर मानहानि का मुकदमा करने की तैयारी में विहिप

राजस्थान में सियासी संकट के बीच भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के चौरासी से विधायक राजकुमार रोत ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि पिछली बार राजस्थान में जो घटनाक्रम हुआ था और कांग्रेस सरकार संकट में आ गई थी, उस समय बीटीपी और बीएसपी के विधायकों ने साथ देकर सरकार बचाने का काम किया था. उस समय हमने सरकार का साथ नहीं दिया होता तो आज निश्चित ही कांग्रेस सरकार की पहली पुण्यतिथि होती.

बीटीपी विधायक अब नहीं देंगे सरकार को समर्थन

विधायक ने कहा कि हम लोगों ने उस समय सोचा कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को बचाये और हमारे यहां के लोगों का भी मानना था कि कांग्रेस सरकार ही कहीं न कहीं आदिवासियों की हितैषी है तो हमने भी बीजेपी के खिलाफ जाकर कांग्रेस का समर्थन दिया. बीटीपी ने सरकार को बचाने के लिए समर्थन दिया तो सरकार को चाहिये की वह उसका फायदा दे, लेकिन यहां के नेता ऐसा होने देना नहीं चाहते है.

जिला प्रमुख को लेकर बीटीपी खफा

बीटीपी विधायक राजकुमार रोत ने कहा कि उस समय बीटीपी और बसपा ने मिलकर कांग्रेस सरकार को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस सरकार ने हमारे साथ भी दगाबाजी की और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने मिलकर बीजेपी का जिला प्रमुख बना दिया. इसके बाद से हमे लगने लगा कि उदयपुर संभाग में कांग्रेस और बीजेपी एक ही है और बीटीपी के बढ़ते जनाधार के कारण हथकंडे अपना रहे है.

सरकार में अभी विचारधारा का नहीं व्यक्तिवाद का खेल

सरकार में चल रहे सियासी संकट और कांग्रेस के विधायकों के अपनी ही सरकार पर लगाये जा रहे आरोपों पर विधायक राजकुमार रोत ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह सरकार में अभी जो खेल चल रहा है वह विचारधारा का नहीं है. यह एक व्यक्तिवादी को लेकर हो रहा है और सरकार प्रदेश की जनता को गुमराह करने का काम कर रही है. विधायक राजकुमार ने कहा कि प्रदेश की जनता विधायकों से उम्मीद लगाकर बैठी है कि उनके काम होंगे, लेकिन कोरोना में उलझी सरकार ने अब तक क्षेत्र में कोई विकास का काम नहीं किया है.

सरकार को जबर्दस्ती समर्थन दिया था, अब वेट एंड वॉच

बीटीपी के ही सागवाड़ा से विधायक रामप्रसाद डिंडोर ने भी ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि जब सरकार पर संकट आया था उस समय बीटीपी ने सरकार को समर्थन कर बचाने का काम किया था, लेकिन बाद में लगा की सरकार को उनके समर्थन की जरूरत ही नहीं थी और जबर्दस्ती सर्मथन दे दिया हो. समर्थन के कारण ही प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रही, लेकिन सरकार ने आज तक उनके कोई काम नहीं किये हैं.

बीटीपी के दो विधायकों ने सरकार पर दगाबाजी का लगाया आरोप

पढ़ेंः बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों की कांग्रेस आलाकमान से मांग, गद्दारी करने वाले विधायकों पर हो कार्रवाई

विधायक रामप्रसाद ने कहा कि सरकार पर एक बार फिर संकट मंडरा रहा है. ऐसे में बीटीपी ने एक तीर से दो निशाने साध लिए. सरकार को समर्थन नहीं होनेके साथ ही समय पर समर्थन के रास्ते खुलें होने की बड़ी बात भी कही है. अब देखना होगा सरकार को समर्थन के समय बीटीपी किस करवट बैठती है.

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