डूंगरपुर. अस्पताल और घरों से निकलने वाले बायो-मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए डूंगरपुर में प्लांट तीन साल से तैयार हो चुका है, लेकिन प्रदूषण बोर्ड से मंजूरी नहीं मिलने के कारण यह प्लांट अब तक शुरू नहीं हो सका है.
डूंगरपुर नगर परिषद की ओर से बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण को लेकर तीन साल पहले ही तैयारी कर ली गई. इसके लिए भंडारिया में डंपिंग यार्ड के पास ही लाखों रुपये की लागत से एक प्लांट भी तैयार करवा दिया गया है, जिसमें मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए कई उपकरण भी लग चुका है. इसके बाद नगर परिषद ने प्लांट मंजूरी के लिए प्रदूषण बोर्ड में आवेदन भी कर दिया, लेकिन मंजूरी का मामला अटका हुआ है.
ऐसे में नगर परिषद प्रदूषण बोर्ड की ओर से मंजूरी मिलने का इंतज़ार कर रही है, जिससे बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण किया जा सके. ऐसे में नगरपरिषद ने एक बार फिर कवायद शुरू कर दी है, जिसके तहत प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी पिछले दिनों में डूंगरपुर आकर प्लांट की जांच करने के साथ ही आस-पास के गांवों के लोगों से भी बातचीत की, जिसमें लोगों को प्लांट लगने से होने वाले फायदे के बारे में बताया गया. इसके अलावा लोगों से भी बातचीत करते हुए उनसे समस्याएं पूछी गई तो लोगों ने रोजगार उपलब्ध करवाने की मांग रखी. वहीं, नगर परिषद को उम्मीद है कि इस बार बोर्ड की ओर से प्लांट शुरू करने की मंजूरी मिल जाएगी.
अभी ये है हाल
डूंगरपुर जिले में बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए अभी कोई इंतजाम नहीं है. ऐसे में जिले से निकलने वाल बायो-मेडिकल वेस्ट कलेक्शन की जिम्मेदारी चित्तोड़गढ़ की एक फर्म के पास है. वहीं, फर्म कलेक्शन करने के बाद उसे चित्तोड़गढ़ प्लांट में निस्तारण किया जाता है. अभी जिले में बायो मेडिकल वेस्ट कलेक्शन के लिए टीम सप्ताह में एक या दो दिन ही आती है, लेकिन बायो मेडिकल वेस्ट प्लांट यहीं शुरू हो जाता है तो इसके कई फायदे मिलेंगे.