डूंगरपुर: एक कार्यक्रम में शामिल होने डूंगरपुर आए आयुर्वेद विभाग के एडिशनल डायरेक्टर डॉ वीरेंद्र ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा, कि पिछले साल सीनियर मेडिकल ऑफिसर द्वितीय के 1500 पदों में से सिर्फ 1200 पदों पर ही नियुक्ति हुई, बाकि 300 सीटें खाली रह गईं हैं. आयुर्वेद मेडिकल ऑफिसर में से 300 एसएमओ बनेंगे. 300 डॉक्टर रिटायर भी हो रहे हैं. ऐसे में कुल 600 पद खाली रहेंगे. जिस पर सरकार की मंजूरी मिलते ही भर्ती की प्रकिया शुरू हो जाएगी और लोगों को राहत मिलेगी.
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डॉ वीरेंद्र ने ये भी कहा, कि आयुर्वेद कंपाउंडर के 416 पदों पर भर्ती प्रक्रिया कोर्ट केस लंबित होने के कारण अटकी हुई है. कोर्ट से निर्देश मिलते ही वरीयता सूची बनाकर भर्ती की जाएगी. उनके मुताबिक प्रदेश में आयुर्वेद चिकित्सा की तरफ लोगों का रुझान बढ़ा है. आने वाले समय में उन्हें हर सुविधा मिलेगी. पिछले साल से ही आयुर्वेद विभाग में कैडर बने हैं. पहले प्रमोशन के भी कोई पद नहीं होते थे.
बता दें, कि प्रदेश में आयुर्वेद मेडिकल ऑफिसर के 2379, सीनियर मेडिकल ऑफिसर द्वितीय के 1500, सीनियर मेडिकल ऑफिसर प्रथम के 500 और पीएमओ के 118 पद स्वीकृत हैं, लेकिन ज्यादातर पद खाली पड़े हैं. जिसकी वजह से लोगों को आयुर्वेद चिकित्सा का फायदा नहीं मिल पा रहा है.
प्रदेश में आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति की तरफ लोगों का रुझान बढ़ाने के लिए आयुर्वेद विभाग ने नई कार्य योजना बनाई है. जिसके तहत प्रदेश के आयुर्वेद विभाग के आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाने और बेहतर सेवा के लिए कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में एडिशनल डायरेक्टर डॉ. वीरेंद्र डूंगरपुर पहुंचे थे.