डूंगरपुर. आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी संघ की ओर से बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया गया. वजह महिला आंगनबाड़ी कर्मचारियों को स्थाई करने और उनका मानदेय बढ़ाने सहित कुल 15 मांगें हैं. अगर राज्य सरकार इन मांगों को नहीं मानता है तो महिला आंगनबाड़ी कर्मचारियों ने दीवाली के दिन जिला कलेक्ट्रेट पर भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी है.
सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है...
जिला आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी संघ के बैनर तले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहयोगिनी, साथिन ने कलेक्ट्रेट पर एकत्रित होकर प्रदर्शन किया. महिला कार्यकर्ताओं ने अपने साथ हो रही भेदभाव के को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. महिला कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष लक्ष्मी जैन ने कहा कि आज प्रदेश में सभी अस्थाई व संविदा कर्मचारियों को सरकार स्थाईकरण का तोहफा देने जा रही है, लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, साथिन व सहयोगिनी के साथ सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है. कोरोना के समय में भी इन महिला कार्यकर्ताओं ने दिन-रात सरकार के आदेशों की पालना करते हुए लोगों तक मदद पंहुचाने का प्रयास किया.
कौन-कौनसी मांगें हैं...
लक्ष्मी जैन ने कहा कि इतना कुछ करने के बावजूद भी सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर रही है. इसलिए उन्हें आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी संघ की ओर से मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा गया है. जिसमें आंगनबाड़ी कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी घोषित करने, महीने का मानदेय 18 हजार रुपए करने, एएनएम प्रशिक्षण में आशा सहयोगिनियों का 50 प्रतिशत कोटा आरक्षित करने सहित कुल 15 मांगें रखी गई हैं.