डूंगरपुर : सर्पदंश के बाद भोपे से झाड़फूंक करवाते रहे परिजन, इलाज में देरी के चलते बुजुर्ग महिला की मौत - Death after snake bite
रामसागड़ा थाना क्षेत्र के गामड़ी अहाड़ा गांव में सर्पदंश से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई. सर्पदंश के बाद परिजन अंधविश्वास के चलते भोपे के पास झाड़फूंक करवाते रहे. और जब तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तब अस्पताल पंहुचे. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी,और महिला की मौत हो गई.
डूंगरपुर. पूंजी पत्नी दलजी यादव उम्र 70 वर्ष निवासी गामड़ी अहाड़ा गुरुवार सुबह उठते ही घर के कामकाज निबटा रही थी.उसी दौरान सांप ने उसके पैर पर डस लिया.जिससे वह बेसुध होकर नीचे गिर पड़ी. परिवार के लोग उसे तुरंत ही गांव में एक भोपे के पास ले गए जो सांप का जहर उतारने की नोटंकी करता रहा. लंबे समय तक झाड़फूंक के दौरान महिला की तबीयत ओर ज्यादा खराब हो गई, जिस पर 108 एम्बुलेंस के ईएमटी वैभव और सत्यनारायन उसे डूंगरपुर अस्पताल लेकर आए.
अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जांच के दौरान डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद तो परिजन फुट-फुटकर रोने लगे. इसके बाद भी परिजन फिर से महिला को किसी भोपे के पास ले गए. वहींं सर्पदंश को लेकर जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ कांतिलाल मेघवाल ने बताया कि सर्पदंश के बाद लोग किसी भी तरह के भोपे या झाड़फूंक के चक्कर मे नहीं आए और मरीज को तुरंत अस्पताल लेकर पंहुचे.जिससे कि मरीज को बचाने की गुंजाइश बढ़ जाये.
Body:प्राप्त जानकारी पूंजी पत्नी दलजी यादव उम्र 70 वर्ष निवासी गामड़ी अहाड़ा गुरुवार सुबह उठते ही घर के कामकाज निबटा रही थी उसी दौरान सांप ने उसके पैर पर डस लिया जिससे वह बेसुध होकर नीचे गिर पड़ी। परिवार के लोग उसे तुरंत ही गांव ले एक भोपे के पास ले गए जो सांप का जहर उतारने की नोटंकी करता रहा। लंबे समय तक झाड़फूंक के दौरान महिला की तबीयत ओर ज्यादा खराब हो गई, जिस पर 108 एम्बुलेंस के ईएमटी वैभव और सत्यनारायन उसे डूंगरपुर अस्पताल लेकर आए।
अस्पताल के इमरजेंसी में जांच के दौरान डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद तो परिजन फुट-फुटकर रोने लगे। वहीं परिजन डॉक्टर से कई मिन्नते करते रहे और ठीक करने की गुहार लगाते रहे, लेकिन डॉक्टर ने देरी हो जाने से मौत हो जाना बताया। इसके बाद भी परिजन फिर से महिला को किसी भोपे के पास ले गए जहां फाड़फूंक से महिला के ठीक होने की उम्मीद लगाए हुए है।
- झाड़फूंक के चक्कर मे नही आये
सर्पदंश को लेकर जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ कांतिलाल मेघवाल ने बताया कक सर्पदंश के बाद लोग किसी भी तरह के।भोपे या झाड़फूंक के चक्कर मे नही आये और मरीज को।तुरंत अस्पताल लेकर पंहुचे जिससे कि मरीज को बचाने की गुंजाइश बढ़ जाये। बारिश के दिनों में सर्पदंश की कई घटनाएं होगी ऐसे में लोग जागरूक रहे।
बाईट- वैभव कुमार नायक, ईएमटी एम्बुलेंस।
Conclusion: