डूंगरपुर. गर्मियों के मौसम में पेयजल की किल्लत शुरू हो जाती है और लोगों को पीने का पानी भी मुनासिब नहीं हो पाता है. ऐसे में जिले के पेयजल स्रोत में कितना पानी बचा है और जलदाय विभाग की निर्बाध पेयजल सप्लाई को लेकर योजना के बारे में जानने का प्रयास किया. विभाग के अधिकारियों का दावा है कि इस बार जिले के पेयजल स्त्रोत में पर्याप्त पानी उपलब्ध है, जिससे लोगों को गर्मियों में भी पीने का पानी उपलब्ध हो सकेगा.
डूंगरपुर जिले में पेयजल स्त्रोत पर नजर दौड़ाएं तो सोमकमला आंबा बांध सहित 5 प्रमुख पेयजल स्त्रोत हैं, जिससे डूंगरपुर और सागवाड़ा शहर सहित कई गांवों में पानी की सप्लाई होती है. जलदाय विभाग के अधिकारियों के मुताबिक डूंगरपुर जिले में सबसे बड़ा पेयजल स्त्रोत सोमकमला आंबा बांध है, जहां से आसपुर विधानसभा क्षेत्र के 61 गांवों में 1 लाख 30 हजार की आबादी को शुद्ध पेयजल मुहैया करवाया जाता है. सोमकमला आंबा से प्रतिदिन 103 लाख लीटर पानी की सप्लाई होती है. जलदाय विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बांध में अभी पर्याप्त पानी उपलब्ध है, जिससे पूरे गर्मियों के सीजन में लोगों को पीने का पानी मिल सकेगा.
इसके अलावा डूंगरपुर शहर में डिमिया और एडवर्ड समंद बांध से 60 हजार की आबादी को पानी उपलब्ध करवाया जाता है. डिमिया 26 फीट और एडवर्ड समंद में 21 फीट तक भरा हुआ है, यहां से रोजाना 42 लाख लीटर पानी शहर में सप्लाई होता है. बांध में पानी भरा होने से गर्मियों के सीजन में पानी की किल्लत नहीं होने का दावा विभाग के अधिकारियों ने किया है. इसी तरह लोडेश्वर बांध से सागवाड़ा नगर सहित 18 गांवो में 72 हजार की आबादी को 60 लाख लीटर पानी प्रतिदिन सप्लाई होता है. वहीं अमरपुरा बांध से सीमलवाड़ा कस्बा सहित 11 गांवों की करीब 30 हजार की आबादी को पेयजल उपलब्ध करवाया जाता है.
जलदाय विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन पेयजल स्त्रोत में अभी पर्याप्त पानी उपलब्ध है, जिससे भीषण गर्मी के बावजूद भी इस बार पानी की किल्लत नहीं आएगी. वहीं जुलाई-अगस्त तक बारिश आ जाने से यह पेयजल स्त्रोत फिर से लबालब हो जाएंगे.