डूंगरपुर. प्रदेश में लंबे समय से चल रही राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर खींचतान चल रही है. इसी बीच डूंगरपुर जिले की दोनों निकायों में राज्य सरकार ने मनोनीत पार्षदों की सूची जारी कर दी है. जिसमें कांग्रेस के कई पुराने कार्यकर्ताओं को तवज्जो मिली है. वहीं डूंगरपुर विधायक के चहेते को भी पार्षद का तोहफा मिला है.
डूंगरपुर जिले के दोनों निकायों में 14 पार्षदों का मनोनयन किया गया है. जिसमें 3 दिव्यांगों को भी मौका दिया गया है. यह पहली बार है, जब दिव्यांगों को भी सरकार की ओर से पार्षद मनोनीत किया गया है. स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं विशिष्ट सचिव दीपक नंदी ने सोमवार को एक आदेश में तहत जिले में डूंगरपुर नगर परिषद और सागवाड़ा नगर पालिका में पार्षदों का मनोनयन किया गया है. भाजपा के बोर्ड वाली डूंगरपुर नगर परिषद में सरकार की ओर से कांग्रेस के सरोज जोहियाला, कैलाश यादव, राकेश पंचाल, रवि जादू, जवाहर लौहार, मोहम्मद इकबाल सैयद, गोपाल गांधी, मोहम्मद यूनुस को पार्षद मनोनीत किया है.
यह भी पढ़ें. राजस्थान: मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों पर लगा विराम, कम से कम दो महीने तो कुछ नहीं हो पाएगा...
सागवाड़ा में 6 पार्षद मनोनीत
इसमें सबसे चौंकाने वाला चेहरा विधायक गणेश घोघरा के करीबी मोहम्मद इकबाल को भी पार्षद चुना जाना हैं. इसके अलावा सागवाड़ा नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड है, जहां सरकार ने 6 पार्षद मनोनीत किए हैं. यहां दिव्यांग पुष्पा सरपोटा, कल्पना जोशी, खुशपाल गलालिया, प्रदीप जोशी, किशोर भावसार और जाकिर सीमलवाड़ा को पार्षद माननीत किया गया है, जिससे कांग्रेस में खुशी की लहर है. वहीं मनोनीत पार्षदों को लेकर लंबे समय से चल रहा इंतजार भी खत्म हो गया.
ब्राह्मण चेहरे को पार्षद नहीं बनाने से नाराजगी
सरकार की ओर से मनोनीत पार्षदों की जारी की गई सूची में डूंगरपूर नगर परिषद से किसी भी ब्राह्मण चेहरे को पार्षद नहीं बनाया गया है. इससे ब्राह्मण समाज में सरकार के खिलाफ नाराजगी है. ब्राह्मण समाज के कई चेहरे सरकार के पार्षद मनोनयन में नाम का इंतजार कर रहे थे लेकिन जब किसी भी ब्राह्मण चेहरे का नाम नहीं आने से मायूसी है. सूची में मुस्लिम, ओबीसी और एससी चेहरों को ही लिया गया है. किसी एसटी चेहरे को भी मौका नहीं मिला है. हालांकि, सागवाड़ा में सरकार ने दो ब्राह्मण चेहरों को पार्षद बनाया है.