जोधपुर: राज्यपाल एवं कुलाधिपति हरिभाऊ बागड़े ने एक आदेश जारी कर जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर के कुलपति प्रो केएल श्रीवास्तव को कुलपति पद से तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है. खास बात यह है कि श्रीवास्तव का कार्यकाल 13 फरवरी को पूरा होने वाला था. तीन दिन पहले उनको निलंबित कर दिया है. फिलहाल श्रीवास्तव ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. उन पर लगे आरोपों में विवादित भर्ती के शिक्षकों को प्रमोशन देना प्रमुख वजह बताई गई है.
राजभवन से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार राज्यपाल ने संभागीय आयुक्त, जोधपुर की जांच रिपोर्ट के आधार पर उन्हें निलंबित किया है. जांच रिपोर्ट में प्रो श्रीवास्तव के विरूद्ध पद का दुरूपयोग करने, राजकार्य में लापरवाही बरतने व विश्वविद्यालय को वित्तीय हानि पहुंचाने के गंभीर आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित पाए गए. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है. गौरतलब है कि कुलपति ने राजभवन के निर्देश के विपरीत जाकर कुछ निर्णय लिए थे जो नियमानुसार कार्यकाल के अंतिम 90 दिन में नहीं ले सकते थे. इनमें 2012-13 की विवादित भर्ती के शिक्षकों को प्रमोशन देना प्रमुख है. जिसके चलते 3 दिसंबर संभागीय आयुक्त, जोधपुर की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया गया था. जांच समिति ने इसमें उन्हें दोषी माना. राज्यपाल ने इस पर अधिनियम, 1962 (यथा संशोधित) की धारा 11क की उप-धारा (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए उन्हें कुलपति पद से तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया है.
पढ़ें: जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केएल श्रीवास्तव ने दिया इस्तीफा - JNVU JODHPUR
नवंबर में इस्तीफा दे चुके थे श्रीवास्तव: जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो केएल श्रीवास्तव ने 24 नवंबर को राजभवन को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. इस्तीफे के पीछे पारिवारिक व स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया गया था. जबकि उनके कार्यकाल के भी 77 दिन शेष थे. इसके बाद उन्होंने लगभग विश्वविद्यालय से दूरी बना ली थी. सरकारी गाड़ी भी लौटा दी. लेकिन इस्तीफे पर फैसला नहीं होने पर उनको काम पर आना पड़ा. हालांकि पिछले पांच छह दिन से वे अपने कार्यालय में नहीं आए.