डूंगरपुर. लॉकडाउन के बाद से पिछले एक माह से बिछीवाड़ा के क्वॉरेंटाइन सेंटर में ठहरे उत्तरप्रदेश के 62 लोग एक बार फिर भूख हड़ताल पर उतर गए हैं. इन लोगों ने मंगलवार को सुबह की चाय से लेकर खाना तक नहीं खाया है. ये सब घर भेजे जाने की मांग पर अड़े हुए हैं. वहीं भूख हड़ताल पर बैठे इन लोगों से प्रशासन के अधिकारी समझाइश कर रहे हैं.
बता दें कि देशभर में लॉकडाउन के बाद कई लोग जहां थे वहीं फंस गए और इसके बाद उन्हें संबंधित जिला प्रशासन की ओर से क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रखा गया है.
डूंगरपुर में करीब 310 लोग ऐसे है जो उत्तरप्रदेश के अमेठी और अन्य जगहों के रहने वाले है. इनमें 62 लोग बिछीवाड़ा नाना भाई खांट बॉयज होस्टल, 63 लोग छापी गर्ल्स हॉस्टल, 162 लोग बिछीवाड़ा मॉडल स्कूल क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा हुआ है.
मंगलवार को नाना भाई खांट बॉयज होस्टल में कोरोंटाइन 62 लोग भूख हड़ताल पर उतर गए. जिसमें एक महिला भी शामिल है. ये सभी लोग एक ही समुदाय से हैं.
इन लोगो ने मंगलवार सुबह की चाय भी नहीं पी ओर नहीं दोपहर व शाम के समय का खाना खाया. ऐसे में उनके लिए तैयार करवाया गया भोजन ऐसे ही पड़ा रहा. हॉस्टल वार्डन हरीश ने इसकी पूरी जानकारी प्रशासन को दी. इसके बाद एसडीएम राजेश नायक, नायब तहसीलदार पुष्पेन्द्रसिंह राजावत होस्टल पंहुचे और लोगों से समझाइश की. लेकिन लोग अपने घरों पर जाने की मांग पर ही अड़े रहे.
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भूख हड़ताल पर उतरे इन लोगों का कहना है कि उन्हें लॉकडाउन के बाद 14 दिन के क्वॉरेंटाइन के लिए कहा गया था. लेकिन अब एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है फिर भी उन्हें छोड़ने को लेकर सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया है जिस कारण वो परेशान हो गए हैं.
जबकि उनके परिवार के लोग इंतज़ार कर रहे हैं. इन लोगों ने कहा कि सरकार जब तक उन्हें घर भेजने का इंतजाम नहीं करती है तब तक वो खाना नहीं खाएंगे. दूसरी ओर प्रशासन मामले में लोगों से समझाइश कर रहा है.