आसपुर( डूंगरपुर). डूंगरपुर जिले का सबसे बड़ा बांध माना जाने वाला सोमकमला आंबा बांध मंगलवार को एक बार फिर झलक उठा. भराव क्षमता से अधिक पानी की आवक होने के चलते बांध के 7 गेट खोलने पड़े. वहीं बांध के तीन गेट तकनीकी खराबी के कारण नहीं खुल सकें.
इस संदर्भ में मौके पर मौजूद जिला कलेक्टर और विभागीय अधिकारियों से जानकारी मांगी तो सभी ने चुप्पी साध ली. बांध में भराव क्षमता से ज्यादा पानी हो जाने के कारण बांध भराव क्षेत्र के किनारों पर रहने वाले लोग बांध के पास पंहुच गए और अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विभाग की लापरवाही के चलते गेट नहीं खुलने से बांध में भराव क्षमता से अधिक पानी एकत्रित हो गया है. बांध के पास के गांवों में पानी घुसने से स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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वहीं सोमकमला आंबा के गेट खोलने पर जिला कलेक्टर आलोक रंजन भी मौके पर पहुंचे थे. जहां लोगो ने उनको अपनी समस्याओं से अवगत करवाया. बांध के तीन गेट नही खुलने को लेकर मीडियाकर्मियों ने जिला कलेक्टर से बातचीत करना चाहा तो उन्होंने बात करने से इंकार कर दिया और चुप्पी साध ली. कलेक्टर के साथ तहसीलदार गौतमलाल कुम्हार, विकास अधिकारी वेदप्रकाश मीणा भी बांध पर पहुंचे थे. बांध के तीन गेट तकनीकी खराबी के कारण नही खुल सके. जिसके बाद बांध के 4 गेट को 5-5 इंच, एक गेट को 2 इंच और 2 गेट को ढाई-ढाई इंच तक खोला गया. जिससे बांध से अथाह जलराशि बह रही है.
सुरक्षा व्यवस्था की खुली पोल
बांध में पानी की आवक होने से यहां देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. बांध के मुख्य गेट पर कोई सुरक्षा गार्ड नहीं था, जिस पर लोग बेरोकटोक बांध परिसर में भ्रमण कर रहे थे. वहीं कई मोटरसाइकिल सवार भी सरपट दौड़ा रहे थे. इन्हें कोई रोकने वाला नहीं था. वहीं मीडिया के पहुंचने के बाद सुरक्षा व्यवस्था और गेट की जानकारी लेने के बाद विभागीय अधिकारियों ने आसपुर थाने में सूचना दी. जिस पर थानाधिकारी मोहम्मद रिजवान पुलिस टीम के साथ मौके पर पंहुचे.
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इस बारे में सोमकमला आंबा बांध के अधिशासी अभियंता रामधन मीणा ने कहा कि बांध में जितना पानी की आवक हो रहा है, उतनी ही पानी की निकासी भी की जा रही है. गेट पर सुरक्षा गार्ड मौजूद है. ऐसे में गेट नहीं खुलने की बात गलत है. सभी गेट चालू है और इन सभी गेटो का रखरखाव कार्य गर्मी के दिनों में हो चुका है.