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BRICS की सदस्‍यता के लिए होड़, पाकिस्तान, तुर्की समेत 34 देशों ने किया आवेदन, देखें लिस्ट

BRICS summit in Kazan: रूस के कजान शहर में होने वाले ब्रिक्‍स सम्‍मेलन में संगठन का विस्तार किया जा सकता है.

34 countries apply for BRICS membership
प्रतीकात्मक तस्वीर (File Photo)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 16, 2024, 5:57 PM IST

नई दिल्ली: रूस के कजान शहर में 22-24 अक्टूबर तक ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन आयोजन होना है. रूस की अध्यक्षता में होने वाले इस सम्मेलन में ब्रिक्‍स का विस्तार किया जा सकता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सम्मेलन से पहले 34 देशों ने ब्रिक्स की सदस्यता के लिए आवेदन किया है. इनमें तुर्की, पाकिस्‍तान, म्यांमार, सीरिया, फिलिस्तीन और अन्य देश शामिल हैं.

वर्तमान में ब्रिक्स में 10 देश शामिल हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कजान में होने वाले सम्मेलन में ब्रिक्स संगठन में 10 नए सदस्यों को शामिल करने पर फैसला हो सकता है. इसके अलावा 10 भागीदारों की भी घोषणा की जाएगी.

भारत, ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने मिलकर ब्रिक्‍स की स्थापना की थी. अगस्त 2023 में 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में 6 देशों- अर्जेंटीना , मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को संगठन में शामिल करने पर सहमति बनी थी. इनमें से पांच देश ब्रिक्स में शामिल हो चुके हैं. ब्रिक्स के 10 मौजूदा सदस्य ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, यूएई और सऊदी अरब हैं.

अब कजान में होने वाले 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में समूह का विस्तार करने की तैयारी है. हालांकि, भारत ब्रिक्स के तत्‍काल और अधिक विस्‍तार के पक्ष में नहीं है. लेकिन चीन अपने एजेंडे के तहत रूस के सहारे संगठन का विस्तार करना चाहता है. नए सदस्यों पर आम सहमति बनने के बाद ही विस्तार की घोषणा की जाएगी.

ब्रिक्‍स सदस्‍यता के लिए आवेदन करने वाले देश
सूत्रों के अनुसार लगभग 34 देशों ने ब्रिक्स का सदस्य बनने के लिए संपर्क किया है. इनमें बहरीन, बांग्लादेश, बेलारूस, बोलीविया, क्यूबा,​चाड, कांगो गणराज्य, अल्जीरिया, अजरबैजान, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, होंडुरास, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, कुवैत, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, मोरक्को, निकारागुआ, नाइजीरिया, पाकिस्तान, सेनेगल, दक्षिण सूडान, श्रीलंका, फिलिस्तीन राज्य, सीरिया, थाईलैंड, तुर्की, युगांडा, उज्बेकिस्तान, वेनेजुएला, वियतनाम और जिम्बाब्वे शामिल हैं."

सूत्रों ने कहा कि सम्मेलन में जिन 10 देशों को ब्रिक्स में भागीदार बनाया जाएगा. उनके पास स्थायी सदस्यों जैसे अधिकार नहीं होंगे, लेकिन अगले शिखर सम्मेलन तक उन्हें स्थायी सदस्य बनाया जा सकता है.

सम्मेलन में 24 देशों के नेताओं के भाग लेने की संभावना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन ने कहा है कि आगामी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में करीब 24 देशों के नेताओं के भाग लेने की संभावना है. ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के भी इसमें शामिल होने की उम्मीद है. तुर्की के राष्ट्रपतिरजब तैयब एर्दोआन शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस भी शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे.

यह भी पढ़ें- SCO बैठक में जयशंकर बोले- संयुक्त राष्ट्र में सुधार से पीछे नहीं हटें सदस्य देश, जानें कौन सा देश था निशाने पर

नई दिल्ली: रूस के कजान शहर में 22-24 अक्टूबर तक ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन आयोजन होना है. रूस की अध्यक्षता में होने वाले इस सम्मेलन में ब्रिक्‍स का विस्तार किया जा सकता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सम्मेलन से पहले 34 देशों ने ब्रिक्स की सदस्यता के लिए आवेदन किया है. इनमें तुर्की, पाकिस्‍तान, म्यांमार, सीरिया, फिलिस्तीन और अन्य देश शामिल हैं.

वर्तमान में ब्रिक्स में 10 देश शामिल हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कजान में होने वाले सम्मेलन में ब्रिक्स संगठन में 10 नए सदस्यों को शामिल करने पर फैसला हो सकता है. इसके अलावा 10 भागीदारों की भी घोषणा की जाएगी.

भारत, ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने मिलकर ब्रिक्‍स की स्थापना की थी. अगस्त 2023 में 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में 6 देशों- अर्जेंटीना , मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को संगठन में शामिल करने पर सहमति बनी थी. इनमें से पांच देश ब्रिक्स में शामिल हो चुके हैं. ब्रिक्स के 10 मौजूदा सदस्य ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, यूएई और सऊदी अरब हैं.

अब कजान में होने वाले 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में समूह का विस्तार करने की तैयारी है. हालांकि, भारत ब्रिक्स के तत्‍काल और अधिक विस्‍तार के पक्ष में नहीं है. लेकिन चीन अपने एजेंडे के तहत रूस के सहारे संगठन का विस्तार करना चाहता है. नए सदस्यों पर आम सहमति बनने के बाद ही विस्तार की घोषणा की जाएगी.

ब्रिक्‍स सदस्‍यता के लिए आवेदन करने वाले देश
सूत्रों के अनुसार लगभग 34 देशों ने ब्रिक्स का सदस्य बनने के लिए संपर्क किया है. इनमें बहरीन, बांग्लादेश, बेलारूस, बोलीविया, क्यूबा,​चाड, कांगो गणराज्य, अल्जीरिया, अजरबैजान, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, होंडुरास, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, कुवैत, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, मोरक्को, निकारागुआ, नाइजीरिया, पाकिस्तान, सेनेगल, दक्षिण सूडान, श्रीलंका, फिलिस्तीन राज्य, सीरिया, थाईलैंड, तुर्की, युगांडा, उज्बेकिस्तान, वेनेजुएला, वियतनाम और जिम्बाब्वे शामिल हैं."

सूत्रों ने कहा कि सम्मेलन में जिन 10 देशों को ब्रिक्स में भागीदार बनाया जाएगा. उनके पास स्थायी सदस्यों जैसे अधिकार नहीं होंगे, लेकिन अगले शिखर सम्मेलन तक उन्हें स्थायी सदस्य बनाया जा सकता है.

सम्मेलन में 24 देशों के नेताओं के भाग लेने की संभावना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन ने कहा है कि आगामी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में करीब 24 देशों के नेताओं के भाग लेने की संभावना है. ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के भी इसमें शामिल होने की उम्मीद है. तुर्की के राष्ट्रपतिरजब तैयब एर्दोआन शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस भी शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे.

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