डूंगरपुर. जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है. वहीं जिला कोविड अस्पताल में डॉक्टर, नर्सिंगकर्मी, लैब टेक्नीशियन, सफाईकर्मी कोरोना योद्धा की तरह लोगों की सेवा में जुटे है. संक्रमण के बीच मरीजों का इलाज, जांच और अन्य देखभाल करते हुए उन्हें खुद सबसे ज्यादा खतरा है, बावजूद वे मरीजों को परेशानी नहीं हो, इसके लिए दिन-रात काम कर रहे है. ऐसे हालात में अब डॉक्टर समेत कोरोना योद्धा भी कोरोना की चपेट में आने लगे है.
डूंगरपुर जिला अस्पताल में मरीजों का इलाज करते हुए पिछले दिनों में 12 डॉक्टर संक्रमित हो गए है, जिसमे से 3 फिजिशियन डॉ. रामकिशोर रोत, डॉ. आजेश डामोर, डॉ. पिंटू अहारी भी चपेट में आ गए है. ये डॉक्टर पिछले 1 साल से लगातार कोविड मरीजों के इलाज में जुटे हुए हैं. वही मरीजों के इलाज में जुटे 50 से ज्यादा नर्सिंगकर्मी, लैब टेक्नीशियन, सफाई कर्मचारी समेत अन्य स्टाफ भी कोरोना पॉजिटिव हो चुके है.
ऐसे में अस्पताल का बड़ी संख्या में स्टाफ कोरोना संक्रमित होने के बाद होम आइसोलेशन में है. इसके बावजूद अस्पताल में कोरोना मरीजों के साथ ही अन्य सामान्य बीमारियों के मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिए डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन जुटा हुआ है.
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डूंगरपूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ महेंद्र डामोर ने बताया कि बड़ी संख्या में डॉक्टर, नर्सिंगकर्मी, लैब टेक्नीशियन के संक्रमित होने के बाद भी अन्य स्टाफ की मदद से व्यवस्थाओं को सुचारू चलाया जा रहा है. अतिरिक्त डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ को रोटेशन में लगाकर मरीजो को सुविधाएं दी जा रही है, ताकि किसी को कोई परेशानी नहीं हो सके.