डूंगरपुर. वैक्सीनेशन के बावजूद प्रदेश में कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है. जयपुर के बाद डूंगरपुर दूसरे नंबर पर है, जहां कोरोना के सबसे ज्यादा केस सामने आए है. वहीं यह खतरा उस समय और ज्यादा बढ़ जाएगा, जब होली के त्योहार पर गुजरात, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में रोजगाररत परदेसी अपने घर लौटेंगे और सुपर स्प्रेडर का काम करेंगे. कोरोना से बचाव को लेकर सरकार ने कड़े कदम उठाएं है तो प्रशासन ने किस तरह के प्रबंध किए है, इसे जानने के लिए ईटीवी भारत ने जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला से खास बातचीत की. पेश है एक रिपोर्ट...
गहलोत सरकार ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर राजस्थान के 8 जिलों में रात्रिकालीन कर्फ्यू घोषित कर दिया, जहां रात 11 बजे से कर्फ्यू है और दूसरे दिन सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा. इसमें डूंगरपुर जिले की सागवाड़ा नगरपालिका क्षेत्र भी शामिल है, जहां रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाया गया है. वहीं डूंगरपुर जिला इसलिए भी संवेदनशील है क्योंकि गुजरात राज्य की सीमा से सटा हुआ है और बड़ी संख्या में डूंगरपुर जिले के लोग गुजरात, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में रोजगार के लिए पलायनरत है और आगामी होली के त्योहार पर वे लोग अपने घरों को लौटेंगे. ऐसे में प्रशासन के सामने जिले में कोरोना संक्रमण को रोकना सबसे बड़ी चुनौती रहेगा.
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जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि डूंगरपुर जिले में सागवाड़ा कस्बा कोरोना हॉट स्पॉट है और वहां संक्रमण की रोकथाम को लेकर लगातार चिकित्सा टीमें ओर प्रशासन कार्य कर रहा है. सागवाड़ा में नाईट कर्फ्यू जारी रहेगा, जिसकी सख्ती से पालना करवाई जाएगी. कलेक्टर ने कहा कि होली के त्योहार पर गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिणी राज्यों में रोजगार करने वाले डूंगरपुर जिले के 1.50 लाख लोग अपने घरों पर लौटेंगे. ऐसे समय मे कोरोना के खतरे को रोकना सबसे बड़ी चुनौती है.
उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को जिले में आने से पहले 72 घंटे के अंदर की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी है, जिनके पास रिपोर्ट नहीं होगी, उन्हें 14 दिन के लिए होम आइसोलेट किया जाएगा. कलेक्टर ने कहा कि चिकित्सा विभाग की टीमों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है और जो भी व्यक्ति बाहर से आएगा, उसकी सूचना सरपंच और नगरपरिषद क्षेत्र में सभापति, पार्षद और नगरपालिका क्षेत्र में अध्यक्ष की ओर से प्रशासन को दी जाएगी. इसके अलावा बड़ी मात्रा में ट्रैवल्स से लोग आएंगे. उन सभी की थर्मल स्क्रीनिंग करवाई जाएगी और इसके बाद चिकित्सा टीमें उनके घरों पर जाकर भी सर्वे का कार्य करेगी और जरूरत होने और कोरोना जांच करवाई जाएगा.
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हाइवे पर 2 चेक पोस्ट, बाहरी राज्य से आने वाली की एंट्री
कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने कहा कि डूंगरपुर जिले में गुजरात राज्य की सीमा पर नेशनल हाइवे पर 2 चेक पोस्ट स्थापित किए गए हैं, जहां चिकित्सा विभाग की टीमों को तैनात किया गया है. एक बिछीवाड़ा और दूसरी मोतली मोड़ पर चेक पोस्ट लगाए है, जहां गुजरात, महाराष्ट्र या अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही उनकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है. 72 घंटे के भीतर को कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट देखी जा रही है. इसके बाद प्रशासन और चिकित्सा विभाग की ओर से उनके घरों पर भी जांच करवाई जाएगी.
30 हजार लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका, 50 हजार का टारगेट
जिला कलेक्टर ने कहा कि डूंगरपुर जिले में 59 साल से ऊपर ओर 45 साल या इससे अधिक उम्र के 20 प्रकार की बीमारियों से ग्रसित 30 हजार लोगों के वैक्सीनेशन का कार्य पूरा हो चुका है. अगले कुछ दिनों में 50 हजार लोगों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में कुछ भ्रांतियां भी थी, जिसे भी दूर करने का प्रयास किया गया है.
सागवाड़ा में एक पखवाड़े में 350 पॉजिटिव केस
कलेक्टर ने कहा कि जिले के सागवाड़ा में पिछले एक पखवाड़े में 350 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए है. उसमें से अधिकतर केस 7 दिनों में आये है और उनकी ट्रैवल हिस्ट्री भी सामने आई है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों में केस की संख्या में कमी आई है, फिर भी चिंता बरकरार है. उन्होंने कहा कि सागवाड़ा के सलाटवाड़ा इलाके में कंटेंटमेंट जोन घोषित किया हुआ है. सागवाड़ा में चिकित्सा विभाग की 18 टीमो की ओर से एक बार डोर टू डोर सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है. ऐहतियात के तौर पर एसडीएम को कोविड 19 की गाइडलाइन की पालना करवाने के निर्देश जारी किए हैं.