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भू अभिलेख कम्प्यूटरीकरण होने से आमजन को होगी सुविधा, राजस्व दिवस पर कार्यशाला का आयोजन

राजस्थान में राजस्व दिवस मनाने की शुरुआत हुई है. इसके तहत धौलपुर जिला कलेक्ट्रेट में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान जिला कलेक्टर ने राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दी.

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Published : Oct 15, 2020, 9:43 PM IST

Workshop in Dholpur, Revenue Day in Dholpur
राजस्व दिवस पर कार्यशाला का आयोजन

धौलपुर. राज्य में पहली बार 15 अक्टूबर को राजस्व दिवस मनाने की शुरुआत हुई. जिसके अंतर्गत धौलपुर में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया. इस दौरान जिला कलेक्टर ने सम्बोधित करते हुए कहा कि राजस्व विभाग द्वारा प्रथम बार 15 अक्टूबर को राजस्व दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. आज ही के दिन 1955 में राजस्थान काश्तकारी अधिनियम लागू हुआ था, जिससे काश्तकारों को खातेदारी अधिकार संभव हुए थे. इसलिए 15 अक्टूबर का दिन राजस्व विभाग के लिए विशेष भी है.

कार्यशाला के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राजस्व विभाग की विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ किया गया है, जिनके माध्यम से विभाग द्वारा विभिन्न कार्य किए जाएंगे. भू अभिलेख कम्प्यूटरीकरण होने से आमजन को ऑनलाइन नकल, गिरदावरी, तरमीम, नामांतरण की सुविधा मिलेगी. जिससे राजस्व कार्यालयों के बार-बार चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. आमजन को भू अभिलेख रिकॉर्ड देखने व प्रति प्राप्त करने तथा नामांतकरण जैसे कार्याें के लिए ऑनलाइन ही आवेदन करना होगा. जिसकी सूचना उनके मोबाइल नम्बर अथवा ई-मेल पर मिल सकेगी.

पढ़ें- राजस्व दिवस समारोह: सीएम ने राजस्व विभाग की सेवाओं का किया ई-लोकार्पण

इसके साथ ही भू अभिलेख रिकॉर्ड की ई साइन प्रति भी ऑनलाइन मिल सकेगी. ई-हस्ताक्षरित नकल को मोबाइल एप या ई-मित्र के माध्यम से निर्धारित प्रतिलिपि शुल्क अदा कर प्राप्त कर सकेगा. जो कि कार्यों की पारदर्शिता में एक और कदम होगा. गिरदावरी की ई-हस्ताक्षरित नकल ऑनलाइन प्राप्त होने से आम काश्तकार को रबी-खरीफ फसलों की जिंसों के बेचान, मुआवजा, न्यूनतम समर्थन मूल्य, कृषि ऋण एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में सुगमता होगी. रबी फसल कटाई गिरादवरी में वर्ष 2019-20 में राज्य में जिले ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है. राजस्व कार्यों में नवीन तकनीकी डीआईएलआरएमपी का समावेशन किया गया है. जिससे भू अभिलेख प्रबंधन प्रणाली में आधुनिकता और पारदर्शिता विकसित होगी.

उन्होंने बताया कि जिले की 7 मे से 6 तहसीलें ऑनलाइन हो चुकी हैं. जिले की 3 तहसीलों ने ऑनलाइन गिरदावरी कार्य मे राज्य स्तर पर प्रथम 10 में स्थान बनाया है, जिसमें मनिया तहसील लगभग शत प्रतिशत कार्य करते हुए दूसरे स्थान पर तथा धौलपुर तीसरे स्थान पर, बसेड़ी 9वें स्थान पर तथा सरमथुरा तेरहवें स्थान पर रही. यह जिले के लिए प्रसन्नता का विषय है. उन्होंने कहा कि कृषि ऋण पोर्टल की सहायता से काश्तकार के कृषि ऋण आवेदन को बैंक द्वारा अग्रेषित करने एवं म्यूटेशन लगाने से लेकर ऋण मुहैया कराने तक की समस्त कार्यवाही ऑनलाइन ही हो जाएगी.

धौलपुर. राज्य में पहली बार 15 अक्टूबर को राजस्व दिवस मनाने की शुरुआत हुई. जिसके अंतर्गत धौलपुर में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया. इस दौरान जिला कलेक्टर ने सम्बोधित करते हुए कहा कि राजस्व विभाग द्वारा प्रथम बार 15 अक्टूबर को राजस्व दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. आज ही के दिन 1955 में राजस्थान काश्तकारी अधिनियम लागू हुआ था, जिससे काश्तकारों को खातेदारी अधिकार संभव हुए थे. इसलिए 15 अक्टूबर का दिन राजस्व विभाग के लिए विशेष भी है.

कार्यशाला के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राजस्व विभाग की विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ किया गया है, जिनके माध्यम से विभाग द्वारा विभिन्न कार्य किए जाएंगे. भू अभिलेख कम्प्यूटरीकरण होने से आमजन को ऑनलाइन नकल, गिरदावरी, तरमीम, नामांतरण की सुविधा मिलेगी. जिससे राजस्व कार्यालयों के बार-बार चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. आमजन को भू अभिलेख रिकॉर्ड देखने व प्रति प्राप्त करने तथा नामांतकरण जैसे कार्याें के लिए ऑनलाइन ही आवेदन करना होगा. जिसकी सूचना उनके मोबाइल नम्बर अथवा ई-मेल पर मिल सकेगी.

पढ़ें- राजस्व दिवस समारोह: सीएम ने राजस्व विभाग की सेवाओं का किया ई-लोकार्पण

इसके साथ ही भू अभिलेख रिकॉर्ड की ई साइन प्रति भी ऑनलाइन मिल सकेगी. ई-हस्ताक्षरित नकल को मोबाइल एप या ई-मित्र के माध्यम से निर्धारित प्रतिलिपि शुल्क अदा कर प्राप्त कर सकेगा. जो कि कार्यों की पारदर्शिता में एक और कदम होगा. गिरदावरी की ई-हस्ताक्षरित नकल ऑनलाइन प्राप्त होने से आम काश्तकार को रबी-खरीफ फसलों की जिंसों के बेचान, मुआवजा, न्यूनतम समर्थन मूल्य, कृषि ऋण एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में सुगमता होगी. रबी फसल कटाई गिरादवरी में वर्ष 2019-20 में राज्य में जिले ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है. राजस्व कार्यों में नवीन तकनीकी डीआईएलआरएमपी का समावेशन किया गया है. जिससे भू अभिलेख प्रबंधन प्रणाली में आधुनिकता और पारदर्शिता विकसित होगी.

उन्होंने बताया कि जिले की 7 मे से 6 तहसीलें ऑनलाइन हो चुकी हैं. जिले की 3 तहसीलों ने ऑनलाइन गिरदावरी कार्य मे राज्य स्तर पर प्रथम 10 में स्थान बनाया है, जिसमें मनिया तहसील लगभग शत प्रतिशत कार्य करते हुए दूसरे स्थान पर तथा धौलपुर तीसरे स्थान पर, बसेड़ी 9वें स्थान पर तथा सरमथुरा तेरहवें स्थान पर रही. यह जिले के लिए प्रसन्नता का विषय है. उन्होंने कहा कि कृषि ऋण पोर्टल की सहायता से काश्तकार के कृषि ऋण आवेदन को बैंक द्वारा अग्रेषित करने एवं म्यूटेशन लगाने से लेकर ऋण मुहैया कराने तक की समस्त कार्यवाही ऑनलाइन ही हो जाएगी.

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