राजाखेड़ा (धौलपुर). कोरोना के संक्रमण का ग्राफ इन दिनों तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सभी प्रकार के धार्मिक आयोजनों को भी लगातार निरस्त किया जा रहा है. वहीं राजाखेड़ा कस्बे में जलझूलनी एकादशी के अवसर पर निकलने वाले ठाकुर जी के डोले और ताजियों के जुलूस को लेकर राजाखेड़ा उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार मंगल की अध्यक्षता में सभी धर्मों के लोगों के साथ बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार मंगल ने हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों से चर्चा कर जलझूलनी एकादशी पर निकाले जाने वाले ठाकुर जी के डोले और ताजियों के जुलूस और उनके विसर्जन पर रोक लगाई है.
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उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार मंगल ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार ऐसे सभी धार्मिक आयोजन जिनमें लोगों की अधिक से अधिक भीड़ जुटने की संभावना है. ऐसे तमाम आयोजनों पर सरकार द्वारा पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई गई है. गौरतलब है कि प्रतिवर्ष भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को राजाखेड़ा तहसील प्रांगण में स्थापित रामचंद्र जी के मंदिर से ठाकुर जी का डोला नगर भ्रमण करते हुए ठाकुर जी को जलविहार कराया जाता था, लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए इस वर्ष सर्वसम्मति से ठाकुर जी के जलविहार के कार्यक्रम का आयोजन निरस्त कर दिया गया है.
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वहीं मुस्लिम समुदाय की बात करें तो मोहर्रम के महीने की 9 तारीख को ताजिए कस्बे की विभिन्न दर्जनों चौकियों पर स्थापित किए जाते थे. जिसके अगले दिन ढोल नगाड़ों की मातमी धुनों के साथ ताजिए कर्बला में जाकर सुपुर्द-ए-खाक कर दिए जाते है. दोनों धार्मिक आयोजनों को लेकर उपखंड अधिकारी कार्यालय में आयोजित हुई बैठक में सभी वर्ग के लोगों ने सर्वसम्मति से ठाकुर जी के जल विहार कार्यक्रम और ताजिए के जुलूस को निरस्त करने की सहमति जताई है. आयोजित बैठक में राजाखेड़ा उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार मंगल के साथ राजाखेड़ा थानाधिकारी रामकेश मीणा, कार्यवाहक तहसीलदार नाहर सिंह, अफसर पठान, रूसो खान, गौरी शंकर उपाध्याय, दिलीप पाराशर सहित कई लोग मौजूद रहे.