धौलपुर. शहर के सड़क मार्ग और बाजारों में सुबह 11 बजे तक सन्नाटा पसरा रहा. हाईवे पर वाहन चालक गाड़ियों की हेड लाइट जलाकर रेंगते हुए दिखाई दिए. आमजन के साथ पशु-पक्षी और वन्य जीवों की दिनचर्या पूरी तरह से प्रभावित हो गई. सूर्य भगवान के लोगों को दर्शन दुर्लभ हो गए. पाले और कड़ाके की सर्दी से गेहूं फसल में फायदा माना जा रहा है. वहीं सरसो और आलू फसल में हानि बताई जा रही है. शहर के बाजारों में सन्नाटा पसर गया, अधिकांश लोग अलाव का सहारा लेते हुए दिखाई दिए.
पिछले 20 दिनों से जिले में सर्दी का भारी असर देखा जा रहा है. 3 दिन से लगातार पाला पड़ रहा था. शुक्रवार को जिले में घने कोहरे ने दस्तक दे दी. वातावरण में पूरी तरह से धुंध छा गई. 20 मीटर की दूरी तक दिखाई देना भी बंद हो गया. शहर के बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा. शीतलहर और कड़ाके की सर्दी ने लोगों के जनजीवन को बेहाल कर दिया. आमजन के साथ पशु-पक्षी और वन्यजीवों पर भी इसका असर देखा गया. रवि फसल की दृष्टि से सर्दी फायदेमंद एवं हानिकारक भी मानी जा रही है. गेहूं फसल में घना कोहरा और सर्दी काफी लाभदायक है.
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वहीं सरसों और आलू फसल में इससे नुकसान की संभावना दिखाई दे रही है. शुक्रवार को घने कोहरे ने वातावरण को पूरी तरह से अपनी आगोश में ले लिया. शहर से गुजरने वाले आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग, करौली-धौलपुर हाईवे और धौलपुर-भरतपुर हाईवे पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया. वाहन चालक सड़कों पर हेड लाइट को जलाकर रेंगते हुए दिखाई दिए.
सर्द हवाओं ने बच्चे, युवा, बुजुर्ग और अधेड़ सभी को बेहाल कर दिया. कड़ाके की सर्दी से तापमान में भारी गिरावट देखी जा रही है. मौसम विभाग से मिली जानकारी में ज्ञात हुआ है कि आगामी दिनों में सर्दी का असर और अधिक देखा जाएगा. फिलहाल, शुक्रवार को कड़ाके की सर्दी ने आमजन के जनजीवन को भारी प्रभावित किया है. लोगों को घरों में कैद करने के लिए मजबूर कर दिया है.