धौलपुर. विद्यालयों में किशोर-किशोरी स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम में पाठ्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि कमजोर प्रगति वाले जिन विद्यालयों को चिन्हित किया गया है, उन समस्त विद्यालयों में उड़ान के अंतर्गत किशोर स्वास्थ्य के संबंध में स्रोतों का संचालन हो, इसके लिए सभी महिला टीचर का प्रशिक्षण सुनिश्चित कराया जाए.
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उन्होंने कहा कि जिस स्कूल में एक भी महिला टीचर नहीं है, उस स्कूल में पीईईओ यह सुनिशचित करें कि परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दूसरे स्कूलों की महिला टीचर की व्यवस्था कर संचालन किया जाना सुनिश्चित करें. यदि पीईईओ के क्षेत्र में भी कोई महिला टीचर नहीं है, तो ऐसी स्थिति में सीबीईओ उस स्कूल में महिला टीचर की नियुक्ति स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी संचालन के लिए करें. इसके साथ ही उन्होंने मंजरी टीम को निर्देशित किया कि स्कूलों को विजिट के बाद उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें और आवश्यक कार्रवाई के लिए अवगत कराएं.
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि विद्यालयों में विजिट कर क्लास संचालन में आने वाली परेशानियों के निराकरण के बारे में अवगत कराएं और संबंधित क्षेत्र के पीईईओ को विद्यालयों में व्यवस्था उपलब्ध कराएं. कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए. दूर दराज के विद्यालयों में जिनमें महिला शिक्षिकाओं की पर्याप्त उपलब्धता नहीं है, उन विद्यालयों में पीईईओ परिक्षेत्र के अन्य स्कूलों से व्यवस्था किया जाना सुनिश्चित करें.
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उन्होंने कहा कि यदि पीईईओ लेवल पर भी व्यवस्था संभव नहीं हो पा रही है, तो संबन्धित बीईईओ विद्यार्थियों के लिए स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी जानकारी मॉड्यूल का शिक्षण कराने के लिए महिला शिक्षिकाओं की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें. उन्होंने प्रत्येक ब्लॉक के कॉर्डिनेटर से फील्ड में किए जा रहे कार्यों का विद्यालय वाइज फीडबैक लिया और आवश्यक सुधार के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि गैर सरकारी स्कूलों में भी महिला शिक्षिकाओं को प्रशिक्षण देकर प्रत्येक स्कूल के विद्यार्थियों को स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी जानकारी एवं जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.