धौलपुर. जिले के राजीव गांधी मित्रों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पर एकत्रित होकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. कलेक्टर अनिल कुमार अग्रवाल को ज्ञापन प्रेषित कर प्रदेश के राजीव गांधी मित्रों को बहाल करने की मांग की गई.
ज्ञापन के माध्यम से राजीव गांधी मित्रों ने बताया कि पूर्व की अशोक गहलोत सरकार ने आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के तहत प्रदेश में 5000 राजीव गांधी मित्रों को नियुक्ति दी थी. राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम के माध्यम से राज्य और केंद्र सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर धरातल पर पहुंचा रहे थे. राजीव गांधी मित्र जनता से सीधा संवाद कर समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति को भी योजनाओं का लाभ दिला रहे थे, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद 25 दिसंबर 2023 को राज्य सरकार ने आदेश जारी कर सभी राजीव गांधी युवा मित्रों को बिना नोटिस दिए ही हटा दिया. राजीव गांधी मित्रों ने आरोप लगाते हुए कहा इस तरह 5000 परिवारों का रोजगार छिन गया. परिवारों की मालीय हालत ठीक नहीं होने की वजह से आर्थिक संकट गहरा गया है. राजीव गांधी युवा मित्र पूरी तरह से बेरोजगार हो चुके हैं. रोजगार प्राप्त करने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. राज्य सरकार ने 5000 परिवारों के साथ कुठाराघात किया है.
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उग्र आंदोलन की दी चेतावनी : ज्ञापन के माध्यम से राजीव गांधी युवा मित्रों ने मांग करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं अभी भी चल रही है. अगर सरकार राजीव गांधी मित्रों को बहाल करती है तो सरकारी योजनाओं को जिम्मेदारी के साथ धरातल पर पहुंचाएंगे. वहीं, जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर चेतावनी भी दी है कि अगर सरकार मांग नहीं मानी तो वो सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे.