धौलपुर. जिले में फिर एक बार पारा जमाव बिंदु के नजदीक पहुंच गया है. इस सीजन में सबसे ज्यादा पाला बुधवार को दर्ज किया गया. कड़ाके की सर्दी के चलते आमजन की दिनचर्या प्रभावित हुई है. रात्रि को पड़े पाले ने रवि फसल को भी भारी नुकसान पहुंचाया है. रवि की प्रमुख फसलों में नुकसान देखा जा रहा है. हालांकि, पूर्व में ही रवि की फसल पाले की चपेट में आ चुकी है. जिससे जिले का कास्तकार भारी परेशानी के दौर से गुजर रहा है. बुधवार को पड़े पाले ने आमजन के साथ फसल को भी भारी प्रभावित किया है.
बुधवार को इस सीजन का सबसे सर्द दिन देखा गया. तापमान में भारी गिरावट देखी गई. खेतों पर सफेद बर्फ की चादर जम गई. सुबह 10 बजे तक खेतों और झाड़ियों पर पाले का असर देखा गया. कड़ाके की सर्दी और पाले ने आमजन की दिनचर्या भी प्रभावित कर दी. सड़कों पर आवागमन की रफ्तार भी काफी कम दिखाई दी. सर्दी के चलते आलू फसल को झुलसा रोग ने चपेट लिया है, तो वहीं सरसों फसल में गलन एवं सफेद रोली रोग ने दस्तक दी है. जिससे किसानों की चिंता और अधिक बढ़ती जा रही हैं.
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पिछले करीब 15 दिनों से मौसम का मिजाज जिले में गड़बड़ चल रहा है. मौसम के मिजाज में रवि फसल का गणित पूरी तरह से बिगाड़ दिया है. हालांकि, गेहूं एवं मटर फसल में मौसम अनुकूल माना जा रहा है. लेकिन, सरसों, आलू एवं सब्जियों की फसलों में मौसम ने भारी नुकसान पहुंचाया है. बुधवार को पारा जमाव बिंदु की तरफ पहुंच गया. मौसम विभाग के मुताबिक, मकर संक्रांति तक लगभग मौसम की स्थिति खराब रहेगी. आगामी दिनों में सर्दी का असर और अधिक देखा जाएगा.