धौलपुर. विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे दावेदारों की उम्मीदवारी को लेकर भी तस्वीरें साफ होती दिख रही हैं. हालांकि, धौलपुर की चारों विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के उम्मीदवार लगभग तय माने जा रहे हैं, लेकिन चर्चा ये भी है कि पार्टी एक या दो उम्मीदवारों की टिकट कट सकती है. जिले की आरक्षित बसेड़ी विधानसभा सीट पर अबकी भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर होने की बात कही जा रही है, बावजूद इसके इस सीट पर दोनों ही पार्टियों की ओर से फिलहाल तक चेहरे फाइनल नहीं हुए हैं.
इसके अलावा अगर बात बाड़ी और राजाखेड़ा विधानसभा सीट की करें तो यहां मौजूदा विधायकों की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है. इधर, भाजपा से बगावत कर पर्दे के पीछे कांग्रेस संग सांठगांठ करने वाली धौलपुर विधायक शोभा रानी कुशवाह भी अबकी पंजे से टिकट की दावेदारी कर रही हैं. वहीं, भाजपा में सबसे अधिक टिकट के दावेदार देखे जा रहे हैं.
साफ होने लगी तस्वीर - भले ही अभी हर विधानसभा से दलगत प्रत्याशियों की औपचारिक घोषणाएं न हुई हों, लेकिन कुछ हद तक तस्वीरें साफ होने लगी हैं. कांग्रेस के विधायकों की स्थिति लगभग साफ है. राजाखेड़ा विधानसभा सीट से पार्टी रोहित बोहरा और बाड़ी सीट से गिर्राज सिंह मलिंगा पर फिर से दांव खेल सकती है, क्योंकि इन सीटों से इनके अलावा कोई अन्य मजबूत दावेदार दिखाई नहीं दे रहा है. रही बात बसेड़ी विधानसभा क्षेत्र की तो यहां के वर्तमान विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का माहौल है तो वहीं दलित समाज से कई नेताओं ने टिकट की दावेदारी ठोक रखी है. खिलाड़ी लाल बैरवा को टक्कर देने के लिए विधायक रोहित बोहरा गुट के संजय जाटव भी मैदान में सक्रिय नजर आ रहे हैं. उनके अलावा बद्री प्रसाद जाटव को भी मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है. इन दोनों के इतर कांग्रेस के नेता होतम जाटव और जगन्नाथ कोली भी टिकट की रेस में बने हुए हैं.
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वहीं, भाजपा में भी टिकट के दावेदारों की भरमार है. पूर्व विधायक सुखराम कोली, पूर्व विधायक रानी सिलौटिया और उषा जाटव यहां से टिकट की इच्छा जाहिर कर चुकी हैं. रानी सिलौटिया को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुट का नेता माना जाता है तो सुखराम कोली और उषा जाटव भी राजे गुट से ही आते हैं.
कांग्रेस में मलिंगा और बोहरा की दावेदारी मजबूत - कांग्रेस में बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है. दोनों विधायकों के सामने प्रतिद्वंदी के तौर पर किसी ने आवेदन नहीं किया है. ऐसे में दोनों विधायकों को फिर से टिकट मिलने की संभावना अधिक है. राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की बात करें तो कई दावेदार मैदान में हैं, लेकिन सबसे मजबूत दावेदारी नीरजा शर्मा, आईपीएस पवन जैन और सावरेन सिंह सिकरवार की मानी जा रही है. हालांकि, इन सभी में नीरजा शर्मा की दावेदारी प्रबल मानी जा रही है. नीरजा शर्मा पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा की पुत्रवधू होने के साथ ही ब्राह्मण हैं. वहीं, इस विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण मतदाता निर्णायक की भूमिका में हैं. यही वजह है कि उनकी दावेदारी दूसरों की तुलना में अधिक मजबूत है.
बाड़ी में भाजपा के सामने ये बड़ी चुनौती - बाड़ी विधानसभा क्षेत्र से हैट्रिक लगा चुके गिर्राज सिंह मलिंगा के सामने भाजपा को प्रत्याशी घोषित करने में भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है, क्योंकि यहां भी पार्टी में टिकट के एक से अधिक दावेदार हैं. वहीं, मुख्य रूप से पूर्व विधायक जसवंत सिंह गुर्जर, लाखन सिंह गुर्जर, पूरन सिंह गुर्जर, विष्णु सिंघल, प्रशांत परमार और रमेश कुशवाह टिकट की दावेदारी कर चुके हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी जातिगत वोट बैंक व स्वच्छ छवि के आधार पर भी प्रत्याशी फाइनल करेगी.
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यहां हो सकता है जीजा-साली में मुकाबला - धौलपुर विधानसभा क्षेत्र की सियासी तस्वीर अभी तक साफ नहीं हो सकी है. राज्यसभा चुनाव में भाजपा से बगावत कर कांग्रेस के प्रमोद तिवारी को वोट देने वाली वर्तमान विधायक शोभा रानी कुशवाह फिलहाल खामोश हैं, लेकिन माना जा रहा है कि उन्हें कांग्रेस से टिकट मिल सकता है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि शोभा रानी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की करीबी मानी जाती हैं. हालांकि, धौलपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व ब्लाक अध्यक्ष विनीत कुमार शर्मा, पूर्व पंचायत समिति प्रधान देवेंद्र प्रताप सिंह, धनेश जैन और शालिनी शर्मा मुख्य दावेदार के रूप में देखे जा रहे हैं.
बात अगर भाजपा की करें तो शोभा रानी कुशवाह के सगे जीजा डॉ. शिव चरण सिंह कुशवाह को पार्टी अपना उम्मीदवार बना सकती है, क्योंकि वो यहां से टिकट के प्रबल दावेदार के रूप में देखे जा रहे हैं. साल 2018 के चुनाव में शोभा रानी और डॉ. शिव चरण कुशवाह का सीधा मुकाबला हुआ था, लेकिन शोभा रानी को क्रॉस वोटिंग के मामले में भाजपा ने निष्कासित कर दिया है. वहीं, कांग्रेस में रहे डॉ. शिव चरण कुशवाह ने भाजपा का दामन थाम लिया है. हालांकि, शिव चरण कुशवाहा के अलावा विवेक सिंह बोहरा, पूर्व विधायक शिवराम कुशवाह, गोरेलाल कुशवाह और उमेदि लाल कुशवाह ने भी टिकट की दावेदारी पेश की है. इधर, बीएसपी ने रितेश शर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है.