धौलपुर. राजस्थान के धौलपुर से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है, जहां सरकारी नौकरी नहीं मिलने से तनाव में आकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली. वहीं, इस मौत पर अब (Politics on Youth Suicide in Rajasthan) राजनीति भी शुरू हो गई. झालावाड़-बारां लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे प्रमोद शर्मा ने वसुंधरा राजे पर पीड़ित परिवार को डराने-धमकाने व बंधक बनाने का आरोप लगाया है.
दरअसल, मौत से पहले लिखे गए पत्र में युवक ने बताया कि वसुंधरा राजे सरकार ने (Youth Alleged Former Chief Minister Vasundhara) आयुर्वेदिक कंपाउंडर की 1460 भर्तियां निकाली थी, जिनको हिटलर शाही तरीका अपनाते हुए दबा दिया गया. डिप्रेशन में जाने का जिम्मेदार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ और दूसरे चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ को बताते हुए युवक ने सुसाइड नोट में लिखा कि दूसरे चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने भर्ती निकालने की कोशिश की, लेकिन वसुंधरा राजे ने उन भर्तियों को दबा दिया.
अशोक गहलोत सरकार के दौरान दो बार में 400 और 704 भर्तियां निकाली गई. मौत से पहले लिखे गए पत्र में युवक ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपने और मौसी के परिवार को आर्थिक सहायता देकर ((Youth Written a Letter to CM Gehlot Before Suicide) मदद करने की गुहार लगाई.
पिता बोले- पांच भाइयों में सबसे बड़ा था, कर्ज लेकर पढ़ाया...
मृतक युवक नमो नारायण मीणा सरमथुरा थाना क्षेत्र के नकद पुरा गांव में रहने वाले भंवर सिंह मीणा ने बताया कि नमो नारायण पांच भाइयों में सबसे बड़ा था, जिसकी दो बहनों की शादी कर दी गई थी. युवक नमो नारायण आयुर्वेद कंपाउंडर का कोर्स किया था. जिसके बाद से ही वह लगातार भर्तियां देख रहा था. उन्होंने बताया कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से पुत्र को कर्ज लेकर पढ़ाया जा रहा था, जिससे वह नौकरी न लगने से परेशान था.
![Youth Suicide in Dholpur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/14309048_middle2.jpg)
उन्होंने बताया कि 2 महीने पहले एनआरएचएम और पटवारी परीक्षा देने के बाद भी युवक की नौकरी नहीं लगने पर वह कई दिनों से तनाव में था और खाना-पीना छोड़ दिया था. बुधवार को उसके साथ रहने वाले साथियों ने परिवार वालों को उसकी तबीयत खराब होने की सूचना दी, जिस पर युवक के परिजन उसे लेकर बीते बुधवार को गांव पहुंच गए, जहां उसने दम तोड़ दिया.
![Politics on Youth Suicide in Rajasthan](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/14309048_middle.jpg)
मौसी और मौसा जी को भी मानता था माता-पिता...
मौत से पहले लिखे गए पत्र में युवक ने अपनी मौसी कमर पति और मौसा बनवारी मीणा को भी मुख्यमंत्री से आर्थिक सहायता देने की मांग की. मृतक के ताऊ रिटायर्ड प्रिंसिपल प्रेम सिंह ने बताया कि उसकी मौसी और मौसा की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, जिनके 4 बेटियां होने पर वह नमो नारायण को ही अपना पुत्र मानती थी. फिलहाल, पुलिस इस मामले में जांच के बाद ही कुछ बताने की बात कह रही है. पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.