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धौलपुर जिले में दिखी मानवता की मिसाल, बैंड-बाजों के साथ निकली बंदर की शव यात्रा

धौलपुर के बाड़ी में शुक्रवार को एक बंदर की मौत हो गई. जिसके बाद लोगों ने बंदर की शव यात्रा बैंड बाजें के साथ निकाली और हिंदू रीति रिवाजों के साथ उसका अंतिम संस्कार किया.

Death of monkey, Latest hindi news of dholpur
धौलपुर में हुई बंदर की मौत, किया गया अंतिम संस्कार
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Published : Feb 26, 2021, 10:40 PM IST

बाड़ी (धौलपुर). जिले के बाड़ी कस्बे में मानवता की मिशाल देखने को मिली हैं. जहां एक बन्दर की मौत हो जाने पर लोगों ने बैंड बाजों के साथ बन्दर की शव यात्रा निकाली और हिन्दू रीति रिवाज से उसका अंतिम संस्कार किया. अंतिम संस्कार के बाद बन्दर की अस्थियों को नदी में प्रवाहित किया गया.

बाड़ी कस्बे में पांच दिन पहले एक बंदर को बिजली का करंट लग गया और वो गंभीर रूप से झुलस गया. जिसका उपचार राम भक्तों की ओर से किया गया. लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इसके बाद लोगों ने विश्व हिंदू परिषद के जिला मठ मंदिर प्रमुख अंजनी पाराशर को इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही अंजनी पाराशर मौके पर पहुंचे और उन्होंने मृत बंदर को परशुराम धर्मशाला में आइस बॉक्स में रखवाया.

उसके बाद परशुराम धर्मशाला पर बन्दर का भव्य विमान सजाया गया और बैंड बाजों के साथ शव यात्रा निकाली गई. शव यात्रा कस्बे के मुख्य मार्गों से होती हुई धौलपुर रोड स्थित मुक्तिधाम पहुंची. जहां बंदर का विश्व हिंदू परिषद के धर्माचार्य प्रमुख नवल किशोर शास्त्री की ओर से विधिवत तरीके से मंत्र उच्चारण के साथ दाह संस्कार किया गया.

पढ़ें- मजदूर के हाथ खजाना : धौलपुर में पुरानी हवेली की खुदाई में मिले 300 साल पुराने चांदी के सिक्के...मजदूर ले भागा कलश

दाह संस्कार के बाद बंदर की आत्मशांति के लिए गायत्री मंत्र का जाप किया गया. इसके बाद लोगों ने बंदर की अस्थियों का विसर्जन भूतेश्वर मंदिर के पास पार्वती नदी में प्रवाहित किया.

बाड़ी (धौलपुर). जिले के बाड़ी कस्बे में मानवता की मिशाल देखने को मिली हैं. जहां एक बन्दर की मौत हो जाने पर लोगों ने बैंड बाजों के साथ बन्दर की शव यात्रा निकाली और हिन्दू रीति रिवाज से उसका अंतिम संस्कार किया. अंतिम संस्कार के बाद बन्दर की अस्थियों को नदी में प्रवाहित किया गया.

बाड़ी कस्बे में पांच दिन पहले एक बंदर को बिजली का करंट लग गया और वो गंभीर रूप से झुलस गया. जिसका उपचार राम भक्तों की ओर से किया गया. लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इसके बाद लोगों ने विश्व हिंदू परिषद के जिला मठ मंदिर प्रमुख अंजनी पाराशर को इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही अंजनी पाराशर मौके पर पहुंचे और उन्होंने मृत बंदर को परशुराम धर्मशाला में आइस बॉक्स में रखवाया.

उसके बाद परशुराम धर्मशाला पर बन्दर का भव्य विमान सजाया गया और बैंड बाजों के साथ शव यात्रा निकाली गई. शव यात्रा कस्बे के मुख्य मार्गों से होती हुई धौलपुर रोड स्थित मुक्तिधाम पहुंची. जहां बंदर का विश्व हिंदू परिषद के धर्माचार्य प्रमुख नवल किशोर शास्त्री की ओर से विधिवत तरीके से मंत्र उच्चारण के साथ दाह संस्कार किया गया.

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दाह संस्कार के बाद बंदर की आत्मशांति के लिए गायत्री मंत्र का जाप किया गया. इसके बाद लोगों ने बंदर की अस्थियों का विसर्जन भूतेश्वर मंदिर के पास पार्वती नदी में प्रवाहित किया.

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