धौलपुर. जिले में लगातार तीन दिनों से चल रहे खराब मौसम ने शनिवार को दोपहर बाद अपना असर दिखा दिया. जिले के बाड़ी, सरमथुरा, बसेड़ी, सैपऊ और धौलपुर शहर में जमकर ओलावृष्टि हुई. जिससे किसानों की सरसों, गेहूं और आलू फसल को नुकसान पहुंचा है. सरसों की कटाई और आलू फसल की खुदाई की किसानों ने शुरुआत कर दी थी, जबकि गेंहू फसल भी पकाव पर खड़ी थी. ऐसे में ओलावृष्टि और तेज बारिश की वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ है.
बताया जा रहा है कि धौलपुर जिले में पिछले 3 दिनों से लगातार मौसम का मिजाज खराब चल रहा था. खराब मौसम के मिजाज को देखते हुए मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी किया था. शनिवार को तेज बारिश और ओलावृष्टि भी हुई. धौलपुर सहित बाड़ी, बसेड़ी, सरमथुरा और सैपऊ में जमकर ओलावृष्टि हुई. आधे घंटा से अधिक हुई ओलावृष्टि ने गेहूं, सरसों, आलू की फसल के साथ किसानों की नगदी फसल जिनमें धनिया, टमाटर, बैंगन, गाजर, गोभी आदि फसलों में भारी नुकसान हुआ है.
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गेहूं की फसल खेतों में पसर चुकी है. किसानों ने बताया कि रबी की सभी फसलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ है. किसान विनीत कुमार शर्मा ने बताया कड़ी मेहनत और महंगे खाद डाल कर रबी की फसल को इस मुकाम तक पहुंचाया था, लेकिन बदले हुए मौसम की मार से किसान सहम गया है. ओलावृष्टि में हुए फसल खराबे को लेकर किसान सरकार की तरफ उम्मीद लगा रहा है. किसानों ने कहा कि सरकार को प्रशासन के माध्यम से गिरदावरी करानी चाहिए.
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किसानों का कहना है कि किसानों की फसल का सर्वे कराकर किसानों के लिए उचित मुआवजे की व्यवस्था करानी चाहिए. किसानों ने बताया कि कभी मौसम की मार तो कभी ओलावृष्टि तो कभी अधिक बारिश से किसान लगातार फसल में घाटा उठा रहा है. केंद्र और राज्य सरकार को गंभीर होकर फसल खराबे का पैकेज किसानों को देना चाहिए, जिससे किसानों को राहत मिल सके, नहीं तो किसान बर्बाद हो जाएगा. वहीं प्रशासन ने ओलावृष्टि को लेकर कहा कि गेहूं की फसल में नुकसान हुआ है, जिसका सर्वे कराया जायेगा. साथ ही किसानों के लिए उचित मुआवजे के लिए सरकार को पत्र लिखा जाएगा.