धौलपुर. जिले में किशोर और किशोरियों को शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूक करने के लिए महिला शिक्षिकाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जिले में दो फरवरी से शुरूआत हो रही है. इस संबंध में जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन जिला कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया. कार्यक्रम से शिक्षा के क्षेत्र में किशोर-किशोरी स्वास्थ्य कौशल शिक्षा को गति मिलेगी.
इस शिक्षा के माध्यम से किशोर किशोरियां अपने जीवन की तत्कालीन चिंताओं और आने वाले जीवन से सम्बन्धित विभिन्न पहलुओं जैसे प्रजनन, स्वास्थ्य और किशोरावस्था से संबंधित शारीरिक और मानसिक परिवर्तन सुरक्षित और स्वस्थ यौन व्यवहार विवाह की सही उम्र जैसी संवेदनशील मुद्दों पर बात की जाएगी.
इस कार्य के लिए जिले में सभी महिला शिक्षिकाओं के प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये जायेंगे. प्रशिक्षित शिक्षकों के माध्यम से फिर आवश्यक जानकारी सरल और सहज सत्रों के माध्यम से स्कूल में किशोर किशोरियों को दी जायेगी. इस कार्यक्रम के तहत उपरोक्त विषयों के साथ साथ किशोरों का सही रहन सहन से होने वाले दूरगामी स्वास्थ्य लाभ, सही खान-पान और व्यायाम से गैर संक्रामक रोगों की रोकथाम किशोरियों में सही पोषण से संबंधित बातों पर चर्चा होगी.
ये भी पढ़ें: जोधपुर: शौचालय के पैसे नहीं मिलने पर व्यक्ति ने पंचायत समिति कार्यालय में किया आत्मदाह का प्रयास
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक 282 विद्यालयों में 9 से 12 तक के बालक बालिकाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए 1 हजार से अधिक महिला शिक्षिकाओं को तीन चरणों में तारीख गैर आवासीय 5 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा.
जिले में किशोर किशोरियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा. जिला शिक्षा अधिकारी को प्रशिक्षण के आयोजन के संबंध में कार्य योजना बनाकर उड़ान के साथ समन्वय स्थापित कर रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही जिन विद्यालयों में महिला शिक्षिका नहीं है उन स्कूलों में पीईईओ परिक्षेत्रों से किसी अन्य विद्यालय की प्राथमिक या उच्च प्राथमिक विद्यालय की शिक्षाकाओं को प्रशिक्षण दिया जाए ताकि किसी भी विद्यालय में किशोर किशोरी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की जानकारी से वंचित न होने पाए.