धौलपुर. पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह का शनिवार सुबह एम्स अस्पताल में निधन होने से जिले में कांग्रेसियों में शोक की लहर दौड़ गई. बूटा सिंह का धौलपुर जिले के कांग्रेसी नेताओं से पुराना एवं घनिष्ठ रिस्ता रहा है. ऐसे में राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री रहे बनवारी लाल शर्मा ने बूटा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है. 1977 के विधानसभा चुनाव में बूटा सिंह को धौलपुर जिला प्रभारी नियुक्त किया गया था. उस समय में टिकट वितरण को लेकर उन पर गंभीर आरोप भी लगे थे, लेकिन उन आरोपों में सच्चाई कम पाई गई थी.
बूटा सिंह ने एम्स अस्पताल में शनिवार सुबह अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबरें ट्विटर के माध्यम से जैसे ही मिलीं तो प्रदेश और धौलपुर जिले के कांग्रेस के नेताओं में शोक की लहर दौड़ गई. पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह कांग्रेस के पूर्व मंत्री बनवारीलाल शर्मा के बहुत नजदीकी माने जाते थे. 1977 के विधानसभा चुनाव में बूटा सिंह को धौलपुर जिले का चुनाव का प्रभारी बनाया था. तत्कालीन समय में टिकट वितरण के दौरान बूटा सिंह पर स्थानीय नेताओं ने गड़बड़ी के आरोप लगाए थे. जिसे लेकर तत्कालीन समय में धौलपुर जिला कांग्रेस में विरोध उत्पन्न हो कर दो फाड़ हुए थे.
इस पर स्थानीय कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि तत्कालीन समय पर जो बूटा सिंह पर आरोप लगाए गए थे, वह बेबुनियाद एवं तथ्यहीन पाए गए थे. बूटा सिंह को दलितों का मसीहा भी माना जाता है. जालोर सिरोही संसदीय क्षेत्र से वह कई बार सांसद चुने गए थे.
कांग्रेस के पूर्व मंत्री बनवारीलाल शर्मा ने कहा कि बूटा सिंह के निधन की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ है. बूटा सिंह कांग्रेस एवं दलित समाज के भी बड़े नेता थे. उन्होंने कांग्रेस संगठन को बहुत मजबूती प्रदान की थी. राजस्थान प्रदेश में उनके सराहनीय काम रहे हैं. उन्होंने कहा कि बूटा सिंह के निधन से कांग्रेस पार्टी को बड़ी क्षति हुई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महेश शर्मा ने कहा कि बूटा सिंह का जीवन कांग्रेस के समर्पण के लिए निकला है.