धौलपुर. सैपऊ थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाले नेशनल हाईवे- 123 पर पार्वती नदी पुल के पास बुधवार को पांच बदमाशों ने रोडवेज बस में चढ़कर कोर्ट से पेशी कर लौट रहे कुख्यात बदमाश धर्मेंद्र उर्फ लुक्का को पुलिस की आंखों में मिर्ची फेंककर छुड़ाने का प्रयास किया था. बदमाशों ने बस में फायरिंग भी कर दी, जिससे सवारियों में दहशत फैल गई. बस में सादा वर्दी में सवार आरएसी जवान और एक जांबाज युवती के हौंसले के आगे बदमाश नाकाम रहे. जांबाज युवती वसुंधरा चौहान ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
कोर्ट से पेशी कर लौट रहे कुख्यात बदमाश धर्मेंद्र उर्फ लुक्का को पुलिस की आंखों में मिर्ची फेंककर छुड़ाने का प्रयास किया गया था. बदमाशों के इस प्रयास को धौलपुर के बेटी वसुंधरा चौहान ने नाकाम कर दिया था. वसुंधरा के अदम्य साहस को देख, आईजी भरतपुर रेंज प्रसन्न कुमार खमेसरा ने उनका सम्मान किया है. वसुंधरा के साहस के चर्चे धौलपुर में खूब हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
Etv Bharat से खास बातचीत के दौरान वसुंधरा चौहान ने कहा, वह धौलपुर से भरतपुर के लिए रोडवेज बस में सवार हुई थीं. शुरुआत में वसुंधरा रोडवेज बस में सबसे पीछे बैठी थीं. लेकिन थोड़े समय बाद ही, वह बस चालक के ठीक पीछे वाली सीट पर जाकर बैठ गईं. उन्होंने बताया हाईवे स्थित जाखी गांव से पांच युवक रोडवेज बस में चढ़ गए. जब रोडवेज बस के कंडेक्टर ने किराया मांगा तो आगे सफर करने के बाद टिकट लेने को बोल दिया.
लेकिन, जैसे ही रोडवेज बस सैपऊ से पहले पार्वती पुल पर पहुंची तो तीन बदमाशों ने चालानी गार्ड की आंखों में मिर्ची पाउडर फेंक दिया. उसके बाद बदमाशों ने बस में फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें एक गोली वसुंधरा की कान के बगल से निकल गई. इसी दौरान रोडवेज बस में सादा वर्दी में सफर कर रहा आरएसी का जवान बदमाशों से उलझकर हथियार छीनने लगा. इसी दौरान एक बदमाश ने चालानी गार्ड की राइफल छीनकर भागने की कोशिश की तो आरएसी के जवान ने पकड़ लिया. उसके बाद दो और बदमाश आरएसी के जवान पर हावी हो गए.
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वसुंधरा ने बताया, उसके बाद उसका हौसला अंदर से बढ़ गया. ऐसे में तुरंत वसुंधरा ने दो बदमाशों को पीछे से पकड़कर बस की गैलरी में पटक दिया. इतना ही नहीं एक बदमाश से हथियार भी छीन लिया. उसके बाद बदमाशों के हाथ-पैर फूल गए और उन्होंने सोचा कि ये दो लोग खड़े हो गए तो अन्य सवारियां भी आगे आएंगी, जिससे बदमाश बस से कूदकर भागने लगे. लेकिन वसुंधरा का हौसला इतना बढ़ा की बस से कूदकर खेतों तक बदमाशों का मुकाबला किया. वसुंधरा के हौसले के सामने बदमाश पस्त हो गए और कुख्यात बदमाश धर्मेंद्र उर्फ लुक्का को छुड़ाने में नाकाम साबित रहे.
वसुंधरा चौहान ने कहा, उन्होंने एनसीसी से कैरियर की शुरुआत की है. उनके लिए सबसे बड़ी सफलता यही रही कि बदमाश कैदी को छुड़ाने में कामयाब नहीं हो सके. उन्होंने कहा, ताकत सिर्फ दिमाग से होती है, यदि दिमाग में ताकत है, तो हाथ पैर अपने आप ही चलते हैं. चौहान के अदम्य साहस पर आईजी भरतपुर रेंज में सम्मान किया गया है. धौलपुर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल और एसपी केसर सिंह शेखावत ने भी सम्मानित किया है.